भारत रत्न, कवि,पत्रकार,पूर्व प्रधानमंत्री , जन नायक अटल जी की पुण्य तिथि पर सादर नमन।

अटल बिहारी बाजपेयी जी को समर्पित कविता – (सुरेश गुप्त “ग्वालियरी” ) – सोन प्रभात
हार कभी न मानी जिसने,
रार कभी न ठानी जिसने,
एक राष्ट्र एक संविधान का
देखा था इक सपना जिसने
आज नमन उनको करता हूँ!!
श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूँ!!
विश्व पटल पर जन नायक था
जन गण मन का अधिनायक था
शुचिता जिसके रग रग में थी
राज नीति का महा नायक था
दिया पोखरण जिसने हमको
आज नमन उनको करता हूँ!!
श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूँ!!
हार गया संसद में लेकिन,
नैतिकता का पाठ पढ़ाया!
एक वोट से हार मान ली,
लेकिन सौदा रास न आया!
लिख दी जिसने नई कहानी,
आज नमन उनको करता हूँ!!
श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूँ!
पत्रकार, कवि, जन नेता थे,
अमर सदा व्यक्तित्व रहेगा!
आएँगे वह याद हमेशा
जब तक सूरज चाँद रहेगा!!
सच्चे सपूत थे भारत माँ के
आज नमन उनको करता हूँ!!
श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूँ!!– सुरेश गुप्त, विन्ध्य नगर वैढन