केंद्रीय बकरी अनुसंधान देशी बकरियों पर करेंगी रिसर्च
म्योरपुर/पंकज सिंह
स्वरोजगार का माध्यम बन सकता है बकरी पालन!!
केन्द्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान मथुरा देशी बकरियों पर रिसर्च करने के साथ गावो में बकरी पालन करने के लिए प्रेरित करेगी।बुधवार को वैज्ञानिकों की टीम ने बनवासी सेवा आश्रम में किसानों को बकरी पालन बढ़ाने के लिए गोष्टी की और चयनित किसानों को बकरा वितरित करते हुए जनपद के दक्षिणांचल क्षेत्र में आजिविका बढाने का पहल किया बनवासी सेवा आश्रम गोविन्दपुर में देशी बकरियों के ब्रिड का रिसर्च कर बढा़वा देने के उद्देश्य से भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान द्वारा अधिकृत केन्द्रीय बकरी रिसर्च संस्थान के वैज्ञानिकों द्वारा बकरी पशुपालकों की एक दिवसीय गोष्टी मे। डा. चेतना गंगवार ने बकरी में होने बीमारियों गर्भाधान के सही समय, खान पान आदि पर चर्चा किया गया। इस संगोष्ठी में गंभीरपुर, कुस्महा, खैराही, किरवानी, रनटोला, मनबसा गोविन्दपुर गांव 34 किसान व आश्रम कार्यकर्ता शामिल रहे। वैज्ञानिकों टीम द्वारा किसानों को पशुओं के संबध में जानकारी लिफ्टकार्ड, आवश्यक दवाएं, व पशुआहार वितरण किया गया। बनवासी सेवा आश्रम के सचिव शुभा प्रेम सभी वैज्ञानिकों का स्वागत करते हुए कि हम आगे भी वैज्ञानिकों के साथ मिलकर बकरी पालन के माध्यम से यहां के रोजगार बढा़ने का करेगें। वैज्ञानिक टीम दस बकरा रिसर्च के लिए साथ ले जा रहे है।
डा. चेतना गंगवार मादारोग पशुविशेषज्ञ, डा. भुनेश्वर राय वरिष्ठ पशु विशेषज्ञ, श्याम बाबु वर्मा, डां. विवेक सरोज पशुचिकित्साधिकारी म्योरपुर, सचिव शुभा प्रेम, प्रबन्धक विमल भाई, देवनाथ भाई, अमरजीत, अशोक, कृष्ण कुमार, रामवृक्ष, हृदयनारायण, भोला, देवीदयाल, विनोद, रजवन्ती, संगीता, फुलवन्ती आदि समेत दर्जनों किसान सहभागी बने। पशुचिकित्साधिकारी म्योरपुर, विवेक सरोज के कार्यक्रम का संयोजन किया गया।और बताया की इस क्षेत्र में बकरी पालन से लोगो को रोजगार और स्वावलंबी का आधार बन सकता है।आह्वान किया की लोग अधिक से अधिक बकरी पालन करे।