संयुक्त संघर्ष समिति की संगठन विशेष के पदाधिकारी के मिथ्या आरोपों का खंडन।
सोनभद्र – सोन प्रभात / जितेंद्र चंद्रवंशी – आशीष गुप्ता – सोन प्रभात
सोनभद्र ओबरा विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ओबरा तापीय परियोजना ओबरा सोनभद्र ने ,माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार को ज्ञापित पत्र के माध्यम से बताया कि एक संगठन विशेष के पदाधिकारी द्वारा द्वेष पूर्ण भावना से ग्रसित होकर ,शशि कांत श्रीवास्तव व शाहिद अख्तर जो कि एक संगठन के पदाधिकारी हैं कि सामाजिक प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने की नीयत से मनगढ़ंत व मिथ्या आरोप लगाकर उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड ,प्रबंधन, माननीय ऊर्जा मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार व माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार को पत्र के माध्यम से गुमराह करने का प्रयास किया गया।
जिसकी संयुक्त संघर्ष समिति घोर आलोचना करते हुए बिजली प्रबंधन व उत्तर प्रदेश शासन को भविष्य में इस प्रकार निजी देश पूर्ण भावना से ग्रसित होकर पत्राचार द्वारा संगठन के पद का दुरुपयोग पर अंकुश लगाने की मांग की यहां बताते चलें कि संगठन विशेष के पदाधिकारी ने जिन पर मिथ्या आरोप लगाने का प्रयास किया है उनमें से शशि कांत श्रीवास्तव उत्तर प्रदेश विद्युत मजदूर संघ , संबद्ध भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश महामंत्री एवं अखिल भारतीय विद्युत मजदूर महासंघ के राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य हैं एवं शाहिद अख्तर अखिल भारतीय विद्युत मजदूर संघ के केंद्रीय अतिरिक्त महामंत्री हैं उक्त द्वय अपने विभागीय दायित्वों का पालन, पूर्ण निष्ठा व समर्पण भावना से करते आ रहे हैं, साथी समाज में उनकी मान प्रतिष्ठा भी बनी हुई है।
साथ ही समय-समय पर कर्मचारी समस्याओं के निदान हेतु उपरोक्त द्वय द्वारा संगठन प्रतिनिधियों का बराबर सहयोग किया जाता है। संगठन विशेष के पदाधिकारी द्वारा संगठन प्रतिद्वंदिता से ग्रसित होकर मिथ्या आरोप व अनर्गल टिप्पणी करते हुए पत्राचार करने की ओबरा विधायक संजीव गौड़ ने भी कड़ी भर्त्सना की है।