gtag('config', 'UA-178504858-1'); नगर पंचायत दुद्धी, विकासखंड दुद्धी व स्वास्थ्य विभाग एंटी डेंगू लार्वा दवा का नहीं कर रहे छिड़काव। - सोन प्रभात लाइव
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नगर पंचायत दुद्धी, विकासखंड दुद्धी व स्वास्थ्य विभाग एंटी डेंगू लार्वा दवा का नहीं कर रहे छिड़काव।

👉नगर पंचायत दुद्धी व स्वास्थ्य विभाग खुद संक्रमण की चपेट में, कैसे होगा जनता का बचाव?

दुद्धी – सोनभद्र / जितेंद्र चंद्रवंशी – सोन प्रभात

दुद्धी सोनभद्र नगर पंचायत में जगह-जगह नालियों के पानी व बरसात का जलजमाव से डेंगू के लार्वा नगर पंचायत दुद्धी एवं आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी संख्या में बढ़ रहे हैं, जिसका प्रमाण अस्पताल में डेंगू के भर्ती मरीजों से लगाया जा सकता है, वार्ड नंबर 1 से लेकर 11 वार्ड तक कई जगह जलजमाव डेंगू के लार्वा के उत्पत्ति का कारण बन रहा है, जिससे बेपरवाह नगर पंचायत नित्य मच्छर रोधी दवा का छिड़काव, नालियों में मालाथियांन का नित्य छिड़काव करने की बजाय जब मामला बिगड़ जाता है तब लोग औपचारिकता पूरी करने के लिए दिखाई देते हैं, अक्सर दवा का छिड़काव नालियों में तीज त्यौहारों के दिन ही देखने को मिलता है, संचारी रोगों का संक्रमण नित्य बढ़ा रहा, मलेरिया, टाइफाइड जैसे आम बात हो गए हैं अब तो डेंगू ने भी आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र को चपेट में लेना शुरू कर दिया है, डेंगू के शिकार मरीज के प्लेटनेट चढ़ाए जाने की कोई मुकम्मल व्यवस्था नहीं है, जब भगवान भरोसे ही जीना है तो सरकार का नगर पंचायत व स्वास्थ्य विभाग जैसे भारी भरकम जनता के टैक्स से संचालित संस्थाओं की क्या उपयोगिता है?

सफाई कर्मचारियों को समुचित व्यवस्था मुकम्मल नगर पंचायत से लेकर स्वास्थ्य विभाग तक नहीं मिल रहा, शौचालय और वार्डो की स्थिति बद से बदतर है, मलेरिया वार्ड संक्रमण की खुद चपेट में है,सफाई कर्मचारियों को भी पर्याप्त सफाई सामग्री अस्पताल मैनेजमेंट द्वारा नहीं प्रदान कराई जा रही, आखिर सेनीटाइजर, फिनाल, आदि साफ-सफाई की सामग्री कहां जा रही? मैनेजमेंट एयर कंडीशन रूम तक सीमित है, गंदगी से पटे शौचालय में पानी नहीं आ रहा यह है सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुद्धी, एक नजर नगर पंचायत पर। नगर पंचायत दुद्धी में दवा का कब छिड़काव होता है मालूम नहीं।

इन संस्थाओं का कार्य मानो ईद के चांद जैसी व्यवस्था 21वीं सदी में जबरन दिखाई जा रही है, एक बार दवा का छिड़काव हो गया तो अगला छिड़काव महीने में होगा,छः माह में होगा या वर्षों में होगा कुछ कहा नहीं जा सकता, जिलाधिकारी महोदय ध्यान दें।

 

ग्राम पंचायत से लेकर नगर पंचायत तक स्वास्थ्य विभाग नगर पंचायत टीम बनाकर युद्ध स्तर पर कार्य करें और डेंगू लारवा को घर घर दवा छिड़काव कर नष्ट किया जाए, और जनपद स्तर पर जांच दस्ता टीम गठित कर स्वास्थ्य विभाग से लेकर, नगर पंचायत, ग्राम पंचायत तक की पड़ताल हो, दुद्धी नगर पंचायत के एक 11 वार्डों में अधिशासी अधिकारी सभासदों के सहयोग से, डेंगू, मलेरिया लारवा के उत्पन्न स्थल जलजमाव पर ध्यान दिया जाए।

वार्ड नंबर 2 निवासी दुद्धी को जिला बनाओ संघर्ष मोर्चा के महासचिव प्रभु सिंह कुशवाहा एडवोकेट ने कहा कि अस्पताल के बदइंतजामी को दूर किया जाए, स्वास्थ्य विभाग को सक्रिय होकर कार्य करने की जरूरत है , हर गली गली की साफ-सफाई युद्ध स्तर पर करना होगा। जिस प्रकार संक्रमण बढ़ रहा उसके अनुकूल नगर पंचायत का कार्य साफ सफाई, मच्छर रोधी दवा का छिड़काव आदि नहीं हो रहा है। वार्ड नंबर 6 निवासी नंदलाल गुप्ता के घर के पास खुलेआम सामुदायिक शौचालय का मल मूत्र घर से सटे तालाब के रूप में तब्दील है, सभासद गोपाल प्रसाद सोनी द्वारा प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है परंतु 3 वर्ष बीत गए कोई कार्य अमल में नहीं लाया गया। कई पत्र भी नगर पंचायत को लिखे गए हैं, मच्छरों का प्रकोप डेंगू मलेरिया आदि के रूप में जलजमाव के कारण बढ़ रहा है जिसे ठीक करना होगा, वार्ड नंबर 6 निवासी अनिल अग्रहरि, दुर्गा देवी, श्रीमती राम नारायणी देवी अग्रहरि, आदि लोगों द्वारा सफाई कर्मी द्वारा कूड़ा कचरा डालकर नाली को जाम किए जाने का, अनिल अग्रहरि के घर से सटे वार्ड सभासद घर के पास नाली का पानी डेंगू के लारवा की उत्पत्ति का कारण बन सकते हैं, पोल में कई महीने से प्रकाश व्यवस्था ठप्प है, आरोप लगाया गया और नगर पंचायत दुद्धी वार्ड नंबर 6 के सभासद गोपाल प्रसाद सोनी ने कहा है कि मैं स्वयं और मेरा बच्चा प्लेटनेट कम होने को लेकर वाराणसी में इलाज करा रहे हैं और वार्ड मेरा संक्रमण की भेंट चढ़ा रहा और संचारी रोगों पर कोई काम नहीं हो रहा, जिलाधिकारी महोदय संक्रमण महामारी का कभी भी रूप ले सकता है और जनधन की हानि हो सकती है को ध्यान में रखते हुए, कार्ययोजना बनाकर गैर जिम्मेदार ग्राम पंचायत, नगर पंचायत, स्वास्थ्य विभाग के साफ-सफाई की जमीनी पड़ताल के लिए सचल दस्ता टीम बनाकर कार्य किए जाने की आवश्यकता है, जिससे डेंगू,मलेरिया, टाइफाइड आदि पर रोक लगाई जा सके। वर्ना लापरवाही कभी भी जान माल के खतरे का कारण बन सकती है।

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