नयी पेंशन नीति (N.P.S.) और निजीकरण के विरोध में अटेवा ने निकाली पेंशन पदयात्रा।
सोनभद्र – आशीष गुप्ता@Sonprabhat
पुरानी पेंशन बचाओ मंच अटेवा के आवाह्नन पर अटेवा के जिलाध्यक्ष राजकुमार मौर्य के नेतृत्व में जनपद सोनभद्र में न्यू पेंशन स्कीम तथा निजीकरण भारत छोड़ो अभियान के तहत सभी विभागों व संगठनों ने एक जुट होकर पेंशन पदयात्रा निकाली गयी।
इस पदयात्रा में अटेवा प्रदेश प्रभारी रंजना सिंह,
(महिला प्रकोष्ठ), मंडलीय मंत्री
रामगोपाल यादव और विभिन्न शैक्षिक संगठनों प्राथमिक शिक्षक संघ, पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ, यूटा संघ, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, माध्यमिक शिक्षक संघ, लेखपाल संघ, डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ, राजस्व संघ, उत्तर प्रदेश पंचायती राज सफाई कर्मचारी संघ, कृषि कर्मचारी संघ सहित कई अनेको विभागों के कर्मचारी इसमे शामिल हुए।
पेंशन पदयात्रा हाइडिल मैदान से शुरू होकर महिला थाना, शीतला मन्दिर चौराहा, बढ़ौली चौराहा होते हूए पुन: अपने गन्तव्य तक गयी । इस पदयात्रा में शिक्षको, कर्मचारियों ने जय युवा- जय अटेवा,पुरानी पेंशन बहाल करो, निजीकरण को बंद करो, शिक्षक-कर्मचारी एकता जिन्दाबाद के नारे लगाए गए।तथा जनतंत्र के माध्यम से पुरानी पेंशन बहाल करने व निजीकरण बन्द करने के सरकार से अपील की गयी। यह पद यात्रा अन्त में पुनः हाइडिल मैदान पर आकर एक संक्षिप्त गोष्ठी के बाद समाप्त हुई। जिसमें हजारों महिला, पुरूष कर्मचारियों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।
कर्मचारी संघ से शिवनरायन सिंह और बाबूराम सिंह जी ने हरी झंडी दिखाकर पदयात्रा का शुभारंभ किया।
पूर्व माध्यमिक संघ के जिलाध्यक्ष रविभूषण ने कहा कि यदि नई पेंशन व्यवस्था इतनी अच्छी है तो सरकार के मंत्री, विधायक ख़ुद इस व्यवस्था को क्यों नहीं ले लेते है। डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ के जिला संरक्षक सुरेंद्र नाथ वर्मा व पंचायती राज सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष रविप्रकाश सिंह मौर्य ने सरकार को आगाह करते हुए कहा कि हम कर्मचारियों के पैसे को शेयर मार्केट में लगाने का अधिकार इनको कैसे हो सकता है हम सरकार को झुकने के लिए मजबूर कर देंगे।
मण्डलीय मंत्री रामगोपाल यादव ने कहा कि एक दिन के विधायक/सांसद को पुरानी पेंशन मिल सकती है तो फिर 30 वर्ष सेवा के बाद कर्मचारी को क्यों नहीं?
इस गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए प्रदेश प्रभारी महिला प्रकोष्ठ रंजना सिंह ने कहा कि न्यू पेंशन स्कीम और निजीकरण से देश की जनता बर्बाद हो रही है और कहा कि मांग पूरी न होने पर 21 नवम्बर को लखनऊ में विशाल पेंशन रैली की जाएगी।
प्राथमिक शिक्षक संघ के संरक्षक जयप्रकाश राय ने कहा कि पुरानी पेंशन हमारे बुढ़ापे की लाठी है और हम लोग इसे अपने संघर्ष के बल पर हासिल करके रहेंगे।
माध्यमिक शिक्षक संघ के सुनील राव व यूटा अध्यक्ष शिवम अग्रवाल ने कहा कि इतिहास गवाह है कि जब जब सरकार ने कर्मचारियों से आरपार किया है सरकार को सत्ता से हाथ धोना पड़ा है अभी समय है कि सरकार कर्मचारियों को उसके बुढ़ापे की लाठी वापस कर दे।
लेखपाल संघ के सदर अध्यक्ष सुबोध सिंह व शैक्षिक संघ के संयोजक अशोक त्रिपाठी ने कहा कि यन पी यस व निजीकरण दोनों ही देश के लिए घातक है और 21 नवम्बर को लखनऊ में कर्मचारियों की रैली सरकार को पुरानी पेंशन बहाली के लिए विवश कर देगी। इस गोष्ठी को शैक्षिक संघ मंडल अध्यक्ष अखिलेश जी,कमलेश गुप्ता, अखिलेश गुंजन ने भी सम्बोधित किया।अंत में अटेवा जिलाध्यक्ष राजकुमार मौर्य ने सभी संघ,संगठनों, विभागों, व साथियो को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि इस व्यवस्था के खिलाफ हमें एकजुट होकर लड़ना होगा।एकजुटता से ही हम यह लड़ाई जीतेंगे।
इस मौके पर सूर्यप्रकाश सिंह, कमलेश सिंह, सर्वेश तिवारी, कुलदीप सिंह, नंदकिशोर, राधेश्याम पाल, उमा सिंह, बबिता सिंह, निशा मालवीय, शैलेंद्र कुमार, विनोद तिवारी, राजेश कुमार, संतोष यादव,मनोज यादव, राममूर्ति,राम निवास, मधुबाला श्रीवास्तव आलोक कुमार, कृष्ण कुमार, सुरेश कुशवाहा, सरिता, प्रदीप डूबे,सुरेंद्र पांडेय, देवेंद्र त्रिपाठी, ममता, हरपाल,इतिशा, सरिता,सौरभ श्रीवास्तव,दिलीप सिंह,साधु,उमाकांत पांडेय, सहित कई सैकड़ों साथी मौजूद थे।