रात के अंधेरे में गुजर रही है ओवरलोड बालू लदे गाड़ियां।
- जिला खनन अधिकारी व पुलिस की भूमिका संदेह के घेरे में।
बभनी – सोनभद्र / उमेश कुमार – सोन प्रभात
बभनी।थाने से अंतर्राज्यीय मुख्य मार्ग पर रात के अंधेरे में सैकड़ों गाड़ियां गुजर कर स्थानीय थाने के बगल में स्थित एक ढाबे पर पहुंच पहुंच कर खड़ी रहती है जिससे लोगो में स्थानीय शासन और प्रशासन पर संदेह की दृष्टि लगाए बैठे हैं ।
- शिशटोला व आसनडीह मार्ग से रात मे निकलते हैं ट्रक।
छत्तीसगढ़ से आने वाली सैंकडों ट्रकें आसनडीह से होकर गुजरती हैं जिनके लिए भी किसी के द्वारा कोई रोक-टोक नहीं है। जिससे मुख्य मार्ग भी गड्ढों में तब्दील होता जा रहा है, वही प्रति दिन लाखो रुपये का राजस्व का भारी नुकसान हो रहा हैं। रात मे जहां दलालों व पासरो के इशारों पर ट्रकें व हाईवा फर्राटे मारकर निकलते हैं जिसके लिए प्रशासन पूरी तरह से मूकदर्शक बना हुआ है।वहीं इस मामले में वन विभाग की भूमिका भी संदेह के घेरे में है।
गौर तलब करने वाली बात यह है कि जब इतनी बड़ी सख्ती के बावजूद भी अवैध रूप से ओवरलोड बालू की गाड़ियों का संचालन कैसे हो रहा है? महज कुछ चंद रुपयों की खातिर संबंधित अधिकारी अपना जमीर बेच कर सरकार को बदनाम करने से बाज नहीं आ रहे हैं। इस संबंध में जब भी संबंधित अधिकारियों से वार्ता की जाती है तो उनके द्वारा गोल मटोल जवाब दिया जाता है ,जिससे बालू माफियाओं के हौसले बुलंद है।
यह एक यक्ष प्रश्न बन खड़ा है वर्तमान की सरकार पर
इस सरकार में अधिकारी भी निरंकुश बन योगी को बदनाम करने से बाज नहीं आ रहे हैं, क्षेत्र की जनता ने गुहार लगाते हुए वर्तमान सरकार से न्याय की गुहार लगाई है।जब इस संबंध में वन क्षेत्राधिकारी अवध नारायण मिश्र से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि हम केवल पूरे बालू लदी गाड़ियों का पेपर चेक करते हैं ओवरलोड चेक करने का अधिकार मुझे नहीं है।