सार्वजनिक वितरण प्रणाली में अनाज का किया गया वितरण सोशल डिस्टेंस का रहा मिलाजुला असर।
- ~ कोटेदारों द्वारा सर्वर डाउन नेट स्लो के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
दुद्धी/सोनभद्र- सोनप्रभात
जितेंद्र चंद्रवंशी
दुद्धी सोनभद्र एवं आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के कोटेदारों के द्वारा खाद्यान्न का वितरण किया गया। इसके मद्देनजर पुलिस प्रशासन के जवान भी मौजूद रहे और अधिशासी अधिकारी, शिक्षा मित्र, सहायक अध्यापक को नोडल अधिकारी के रूप में कोटेदारों के पास निगरानी में लगाया गया था।आइसोलेट कर खाद्यान्न का वितरण कोटेदार द्वारा कराया गया। प्रातः 8:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक 1:00 से 2:00 दोपहर को लंच उपरांत पुनः कोटेदार 3:00 बजे से सायं 5:00 बजे तक खाद्यान्न का वितरण किया गया। कोटेदारों के दुकानों पर सैनिटाइज के लिए साबुन और पानी का प्रयोग किया गया। जिससे लोग हाथ धो लेते देखे गए । साथ ही कोटेदारों द्वारा सर्वर डाउन की भी कई जगह शिकायत देखने को मिली। जिसके वजह से खाद्यान्न वितरण में कोटेदार पीयूष अनजाना, गोपाल प्रसाद ,अजीत कुमार, दशरथ कुमार,बलराम, सुरेश प्रसाद ,चंद्रिका प्रसाद, मिश्र आदि कोटेदारों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। पहली बार वैश्विक महामारी कोरोना एवं लाक डाउन के बाद अनाज का वितरण सरकार की घोषणा के उपरांत 1 अप्रैल को ही शुरू कर दिया गया। इसके तहत पात्र गृहस्थी एवं लाल कार्ड धारक जॉब कार्ड धारक को खाद्यान्न वितरित कराया गया। लाल कार्ड धारक और जॉब कार्ड धारक को जहां खाद्यान्न निशुल्क प्रदान कराया गया। वहीं पात्र गृहस्थी के लोगों को पूर्व के भांति निर्धारित मूल्य पर कोटेदारों द्वारा खाद्यान्न वितरण किया गया। 100 से 150 के लगभग कार्ड धारकों को प्रत्येक कोटेदारो द्वारा राशन बाटा गया। खाद्यान्न के लिए कार्ड धारको की कई जगह भीड़ देखी गई और खाद्यान्न पाकर लोग आत्म संतुष्ट भी दिखे ।