कचरे के जलने से होने वाली है क्षेत्र में भयंकर बीमारी, प्रशासन मौन क्यों ?
डाला / सोनभद्र – अनिल कुमार अग्रहरि/ सोन प्रभात
डाला सोनभद्र – निजी कंपनी के द्वारा कचरे ले भंडार को जलाने से नगर में हो रहा बीमारी का खतरा , ऐसे में नही सूझ रहा प्रशासन , जबकि कचरे के जलने के बाद मीथेन गैस जैसे जहरीली गैस निकलती है। पर्यावरण तो प्रदूषित हो ही रहा है वही जान का नही खतरा बढ़ गया है।
डाला स्थित अल्ट्राटेक सीमेन्ट यूनिट में फैक्ट्री चलाने के लिए बाहर से मंगाए गए कचरे/कूड़े के सड़े गले मलवे से स्थानीय निवासियों के जान का खतरा बढ़ रहा है वही प्रशासन सुध लेने को तैयार नही हैं, जबकि सभी जानते है की कचरे से मीथेन जैसे जहरीली गैस निकलती है जिससे स्वास , अस्थमा जैसे बीमारी का प्रकोप बढ़ सकता है, ऐसे में नगरवासियों के जन की कीमत अल्ट्राटेक सीमेन्ट यूनिट के लिए आम बात बन कर रह गया है।
सिविल सर्जनों ने बताया कि कचरा में आग लगाने से हानिकारक गैस मिथेन, सल्फर, कार्बन डाय आक्साइड, कार्बन मोनो आक्साइड निकलते हैं, जो हमारे पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है और ओजोन परत को क्षति पहुंचाता है। ये गैस मानव शरीर के लिए खतरनाक व जानलेवा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सीमेन्ट यूनिट के अधिकारी पर जनहित के नुकसान का कोई फर्क नही पड़ता।