ग्रामीण किशोरियों की प्रेरणास्रोत बन गई है सिलाई शिक्षिका अंजू देवी।

सोनभद्र – सोन प्रभात / आशीष गुप्ता –
मुश्किलों को बना लिया अपने जीवन का ताकत!
जब कोई कठिन चुनौतियों व परिस्थितियों से झेलकर आगे निकलता है वही समाज के लिए प्रेरणादायक कहानी बनती है। इन किशोरियों की प्रेरणाश्रोत बनी है स्वालंबन सिलाई शिक्षिका अन्जू देवी, जो सिल्थम से इन्ही परिस्थितियों से पढ़कर आगे निकली हैं।कहानी है जनपद सोनभद्र के दुरस्थ क्षेत्र कोन ब्लाक के मिटहिनियां गांव के सबसे वंचित समुदाय की बेटियों की। इस गांव की दर्जन भर सरोज, सीमा, पूनम, सरिता, शोभा जैसी बेटियां अपने गरीबी व समाज के तानों को सुनते हुए बिना परवाह किए घर से नियमित 5-6 किमी दूर साईकिल से इंटरमीडिएट (विज्ञान वर्ग) व स्नातक की शिक्षा प्राप्त कर रहीं हैं।

इसके साथ ही अपने गांव में चल रहे “स्वावलंबन सिलाई स्कूल” में जीवन स्वावलंबन के लिए सिलाई भी सींख रही हैं और अन्य अपने समुदाय के बेटियों को भी आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं। सिलाई स्वालंबन स्कूल जैसी गतिविधियों में भाग लेने व चुनौतियों को झेलने से इन किशोरियों का आत्मविश्वास बहुत बढ़ा हुआ है। इन्हें आगे जाने की ललक है बस समाज को मौके देने की जरूरत है। वृहस्पतिवार को महिला संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें केवाल व अजनियां आश्रम केन्द्र के अनेक किशोरियां व महिलाएं भाग लीं। मौके पर नीरा बहन, केवला दूबे, देवनाथ, रूपचन्द, रामचरित्र यादव मौजूद रहे।