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डाला – वनों की अवैध कटान से तहस – नहस हो रही प्रकृति, जिम्मेदार मूकदर्शक।

डाला – सोनभद्र / अनिल अग्रहरी – सोन प्रभात

डाला सोनभद्र।- जहाँ एक तरफ सरकार वनभूमि पर प्लांटेशन लगवाने में कोई कसर नही छोड़ हैं। वही पहले से अवैध कटान को लेकर चर्चे में रहा ओबरा वन प्रभाग अंतर्गत डाला रेंज में सेक्सन गुरमुरा के बिट के अहिरा डेरा के जंगलों में अवैध वेशकीमती पेड़ो की कटान जोरो से शुरू है।

जानकारी के अनुसार गुरमुरा बीट में अवैध बेशकीमती पेड़ो की कटान पहले से भी सुर्खियों में रहा हैं, वन माफियाओं के लिए सबसे सुरक्षित क्षेत्र बनता जा रहा हैं और वन माफिया बिना डर भय के वन विभाग की मिलीभगत से बेशकीमती पेड़ो की अवैध कटान किए जा रहे हैं। जहां वन विभाग मूकदर्शक बना रहता है। वही स्वतःविभाग द्वारा बेशकीमती लकड़ी कटवा कर अपना घर बनवाने में मशगूल होते नजर आए ।

सूत्रों की माने तो क्षेत्रीय वनाधिकारी डाला रेंज द्वारा 30 दिसम्बर 2021 को रात्रि में टीपर लेकर जंगल मे प्रवेश किया जाना खराब रास्ते के कारण टीपर मंजिल तक न पहुचना, जिससे चोरी की प्लानिंग ध्वस्त हो जाना, किये कराए पर पानी फेरने के बराबर है। पुनः 31 दिसम्बर 2021 को जिम्मेदारों द्वारा ट्रेक्टर से लकड़ी ले आने को लेकर चर्चाएं तूल पकड़ने लगी जिससे अजीज आकर दिन के लगभग 3 बजे जिम्मेदार वन अधिकारी , कर्मचारी , 5 बोटा बेशकीमती साखू की लकड़ी लेकर चोपन रेंज के लिए ले जाते है जहां 4 बोटा रेंज आफिस तो पहुंचता है । परन्तु सोचने की बात है कि एक बोटा 8 फिट मोटा 3 फिट चौड़ा कहाँ व किसकी निगरानी में रास्ते मे उतारा गया।

  • वन विभाग के कर्मचारियों / अधिकारियों की भूमिका संदेह के घेरे में –

जंगल में मौके पर लगभग आधा दर्जन से ज्यादा पेड़ काट कर गिराए जा चुके हैं। जिसकी पूर्ण जानकारी व जिम्मेदारी बिट इञ्चार्ज, सभी लोगों को है। आपको बतादे कि गुरमुरा वन चौकी के अंतर्गत जिस तरह से बेशकीमती पेड़ो की कटान होती जा रही हैं उससे यह अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि जब वन रक्षक ही वन के भक्षक हो जायेंगे तो पर्यावरण की रक्षा कौन करेगा। वन माफियाओं द्वारा तो दूर जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा जंगल की कटाई जारी है । डाला रेंज के क्षेत्रीय वन अधिकारी का स्थानांतरण 23 नवम्बर 2021 को गौरीफंटा , लखीमपुर खीरी के लिए हो गया है, लेकिन मोह माया चोपन को छोड़ कर जाने को मजबूर कर रहा है। अब सवाल यह उठता है कि जब वन विभाग के जिम्मेदार की अवैध पेड़ों की कटान कराएंगे तो जंगल वीरान होने से बचाएगा कौन? इस सम्बंध में ओबरा वन प्रभाग के वनाधिकारी ने बताया कि 4 बोटा लकड़ी रेंज ऑफिस चोपन में आई है,दिखवाता हूँ ।

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