अत्यंत पिछड़ा आदिवासी क्षेत्र स्वास्थ्य सेवा से कोसों दूर, स्वास्थ्य सेवा राम भरोसे आदिवासी बाहुल्य नगवा ब्लॉक में स्वास्थ्य सेवा बदहाल है।
सोनभद्र – सोन प्रभात / वेदव्यास सिंह मौर्य
अत्यंत पिछड़ा आदिवासी क्षेत्र स्वास्थ्य सेवा से कोसों दूर, स्वास्थ्य सेवा राम भरोसे आदिवासी बाहुल्य नगवा ब्लॉक में स्वास्थ्य सेवा बदहाल है।यहाँ खलियारी के प्राथमिक स्वस्थ केंद्र पर दो दो डॉक्टर की तैनाती है लेकिन कोई भी डॉक्टर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर उपस्थित नही रहता है। जबकि डा, अमित सिंह की नियुक्ति सीधे तौर पर शासन से की गई है लेकिन केवल रविवार को ही आते हैं।जिससे मरीजो को दावा उपचार के लिए भटकना पड़ रहा है।नगवा ब्लॉक के खलियारी में न्यू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व होमियोपैथिक 2015 से संचालित है।बर्तमान समय मे दोनों केंद्रों पर कोई भी डॉक्टर नही आ रहे है।
15 बेड खलियारी पीएच सी पर रायपुर, अमडीह, रईया,पनिकप खुर्द,नाई, रतुआ,तेनुआ,पड़री,सरईगड़,बलियारी,कजियारी, बराडा ड़,तेनुडाहि,दरमा,सुअरसोत,सियरिया, धोवी, बांकी ,मांची,कोद ई,बरवारी,दरेंव,देवहार,चरगड़ा मड़पा सहित 60 किमी दूरी तय कर मरीज यहां आते हैं। डाक्टर साहब के न रहने से झोलाछाप डॉक्टरों के चंगुल में फंसकर अपना सबकुछ लुटा कर चले जाते हैं ।
मौसम के उतार चढ़ाव के कारण मरीजो की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है।ऐसे में अस्पताल पर डॉक्टर की उपस्थिति न होने के कारण मरीज प्रतिदिन परेशान हो रहे है। क्षेत्र के महाबीर यादव,रघुनाथ यादव,सकली देवी,कनक कुमारी,रमाकांत,भवानी देवी,सवीता देवी,प्रभावती देवी,चंद्र मोहन,रामकतीया देवी,रामदासी देवी,लखरनिया देवी आदि दर्जनों गरीब मरीजो ने सी एम ओ व जिलाधिकारी महोदय जी से न्यू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खलियारी पर डॉक्टरों की उपस्थिति सुनिसचित करने की मांग की है।
इस सम्बंध में प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ रविन्द्र कुमार बिन्द से टेलीफोनिक वार्ता करने की कोशिश की गई लेकिन दो तीन बार घंटी जाने के बाद फोन काट दिया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी से सम्पर्क करने की कोशिश में नेटवर्क से बाहर बता रहा था।ऐसी स्थिति में अगर तत्काल डाक्टरों की ब्यवस्था नहीं की गई तो स्थिति भयावह हो सकती है।