संत शिरोमणि रविदास जयंती पर विशेष कार्यक्रमों का हुआ आयोजन,मनाई जा रही है 645 वीं जयंती।

विंध्यनगर – सिंगरौली / सुरेश गुप्त “ग्वालियरी” – सोन प्रभात
- संत रवि दास जी एक महान संत थे,उन्होंने विभिन्न धर्मों के शास्त्रों का अध्ययन कर ” संत शिरोमणि की उपाधि प्राप्त की थी… भारतेंदु पांडेय
सिंगरौली विधान सभा के मंडल विंध्य नगर वार्ड नंबर 33 जीवन विहार सेक्टर चार स्थित हनुमान मंदिर में संत शिरोमणि रविदास जी की जयंती मनाई गई,जिसमे मुख्य अतिथि भारतेंदु पांडेय ( विंध्य नगर मंडल अध्यक्ष भाजपा) को मुख्य अतिथि एवम आशुतोष सोनी ( मंडल महा मंत्री, विंध्य नगर) विशिष्ठ अतिथि के रूप में उपस्थित रहे! सर्व प्रथम संत शिरोमणि रविदास के चित्र पर माल्यार्पण एवं पूजन अर्चन विधि विधान से संपन्न हुआ।

मुख्य अतिथि भारतेंदु पांडे ने संत के व्यक्तित्व पर भाव व्यक्त करते हुए कहा कि संत शिरोमणि की उपाधि उन्होंने विभिन्न धर्मों के शास्त्रों, धार्मिक पुस्तकों,तथा महा पुरुषो को पढ़ कर प्राप्त किया था,आपको मुस्लिम धर्म स्वीकार न करने के कारण सिकंदर लोदी ने काल कोठरी में डाल दिया परंतु वह अपने धर्म पर डटे रहे!!आप कर्म योगी संत थे, आशुतोष सोनी ने संत शिरोमणि के “मन चंगा तो कठौती में गंगा ” को परिभाषित करते हुए कहा
रविदास जी सदैव अपने कार्य को पूजा ही समझते थे उनका कहना था अपने कार्य की पूजा करो,और मन को पवित्र रखो,यदि पवित्र मन से कार्य किया जाय तो कठौती के पानी में डूबा हुआ चमड़ा वाला पानी भी गंगा बन जाता है।

आज के कार्यक्रम में अभिषेक दुबे ( मीडिया प्रभारी) उमेश वर्मा (जिला उपाध्यक्ष सह जिला प्रभारी) अविनाश वर्मा ( मंडल उपाध्यक्ष) संदीप वर्मा ( मंडल उपाध्यक्ष) कमल बंसल,राम चंद्र वर्मा,प्रेम वर्मा छोटे लाल वर्मा,राजाराम साकेत, सत्य नारायण प्रजापति एवम सैकड़ों ग्राम वासी उपस्थित रहे!!