समस्यायों का निस्तारीकरण मेरा प्रथम कर्तव्य, सिविल सर्जन , जिला चिकित्सालय
विंध्य नगर – सिंगरौली – सुरेश गुप्त “ग्वालियरी” – सोन प्रभात
अव्यवस्था एक सहज प्रक्रिया है जो बिना श्रम के भी आ जाती है और फल फूल भी जाती है,परंतु सुव्यवस्था लाने हेतु दृढ संकल्प शक्ति तथा महनत और ईमानदारी की आवश्यकता होती है.यह कहना है जनपद सिंगरौली का सबसे बड़ा जिला चिकित्सालय ट्रॉमा सेंटर के सिविल सर्जन डॉक्टर ओ पी झा का!! माननीय कलेक्टर महोदय द्वारा दिशा निर्देश, शासन द्वारा हर तरह का सहयोग तथा क्षेत्रीय माननीय जन प्रतिनिधियों द्वारा त्वरित समस्या निवारण तथा आम रहवासियों का सहयोग द्वारा ही हम अपने कार्यों में सुधार तथा नए नए लैब स्थापित कर पा रहे है!!
अनेक विशेषज्ञ चिकित्सकों एवम अनेक विभागों का संचालन तथा सैकड़ों पैरा मेडिकल सहयोगी,स्वच्छता कर्मी से लेकर लिफ्ट मैन तक साथ ही जरूरत मंद मरीजों तथा उनके तीमार दारों के हर सुविधा का ध्यान रखना तथा मुहैया कराना सचमुच बहुत ही जिम्मेदारी पूर्ण काम है!! ट्रॉमा सेंटर में दिन प्रतिदिन मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है, यहां निशुल्क दवा वितरण होती है!! दवाओं की उपलब्धता भी एक बहुत बड़ा मुद्दा है, घंटो मशक्कत के बाद चिकित्सक द्वारा लिखे पर्ची पर दवा वितरण केन्द्र पर दवा उपलब्ध न हो तो मरीज इस दुर्व्यवस्था पर खीजता है, इस बाबत सिविल सर्जन डॉ झा से पूछे जाने पर बताया कि मेरे संज्ञान में आते ही इन समस्यायों का तुरंत निवारण किया जाता है,मरीज सेवा मेरी पहली प्राथिमिकता है।
सही मॉनिटरिंग,अनुशासन, कर्तव्य पालन एवम अपनी प्रतिभा का शत प्रतिशत अस्पताल को देना ही हम चिकित्सको का नैतिक दायित्व है!! निश्चित है हम एक दिन प्रदेश के मानक अस्पतालों में गिने जाएंगे!!