दुद्धी विधानसभा 403 की विधायक रही रूबी प्रसाद की मुश्किलें बढ़ा देने वाला है अनुसूचित जाति/जनजाति आयोग का फैसला।

सोनभद्र/ सोन प्रभात – आशीष गुप्ता
पूरी खबर से पहले कुछ मुख्य बातें…
- रूबी सिंह ने सोनभद्र के डॉक्टर एच. प्रसाद से प्रेम विवाह किया था।
- सियासत में रूचि के चलते कांग्रेस के समर्थन से दुद्धी सीट पर निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत गईं।
- जितने के बाद सत्ताधारी दल समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया था।
- सर्वश्रेष्ठ विधायक का पुरस्कार से भी अलंकृत हो चुकी हैं।
- इसके अलावा मिशेल ओबामा के हाथों महिला सशक्तिकरण के लिए भी सम्मानित हुई थीं।

उत्तर प्रदेश में सोनभद्र के दुद्धी विधानसभा 403 (सुरक्षित) से पूर्व विधायक रहीं रूबी प्रसाद का जाति प्रमाण पत्र निरस्त कर दिया गया है। अनुसूचित जाति / जनजाति आयोग की ओर से गठित कमेटी ने बुधवार को अपना फैसला देते हुए इनके प्रमाण पत्र को फर्जी करार दिया। शासन के इस फैसले के बाद पूर्व विधायक की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
उनके खिलाफ फर्जीवाड़े से जुड़ी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किए जाने के साथ ही रिकवरी की कार्रवाई भी जा सकती है।

बता दें कि वर्ष 2012 में राम नरेश पासवान की अपील पर इस मामले की जांच शुरू की गई। इस मामले में याचिकाकर्ता और राज्य अनुसूचित जाति/जनजाति आयोग के उपाध्यक्ष राम नरेश पासवान के अनुसार रूबी प्रसाद फर्जी प्रमाणपत्र के सहारे दुद्धी से विधायक बनी थीं। फर्जी तरीके से विधायक बनने का प्रकरण उस वक्त संज्ञान में आया था, जिसकी जांच भी की गई और हाई कोर्ट तक इस मामले को ले जाया गया। हालांकि जब जांच की प्रक्रिया चल ही रही थी और इसी बीच प्रमुख सचिव समाज कल्याण हिमांशु कुमार को कमेटी गठित कर जांच के निर्देश दिए गए थे। आज उस कमेटी का निर्णय आया है, जिसमें प्रमाण पत्र फर्जी पाए जाने की बात सामने आई है और रूबी प्रसाद का प्रमाण पत्र निरस्त कर दिया गया है। वही लोगों में जांच प्रक्रिया इतना लम्बा लगभग 10 वर्षों तक चलने को लेकर चर्चाएं बनी हुई हैं।