सोनभद्र : अवैध बालू लाद रहे नौ टीपर पकड़े गए, पुलिस उपाधीक्षक एवं उपजिलाधिकारी की संयुक्त कार्रवाई से मची अफरा तफरी।
- –बालू खनन पट्टा होने के बाद भी सोननदी में धड़ल्ले से किया जा रहा है अवैध बालू खनन।
- – जुगैल पुलिस के कार्यप्रणाली पर उठ रहा सवालिया निशान।
सोनभद्र- सोनप्रभात- वेदव्यास सिंह मौर्य/ आशीष गुप्ता
सोनभद्र जिले के जुगैल थाना में बीते शनिवार की अर्द्ध रात्रि में बड़गवा गांव से सटे सोन नदी से अवैध रूप से बालू निकाल रहे आधा दर्जन से उपर टीपरों को मुखबिर के सटीक सूचना पर एसडीएम ओबरा तथा पुलिस क्षेत्राधिकारी ओबरा ने संयुक्त रूप से छापेमारी कर मौके पर ही पकड़ लिया।
वहीं भारी संख्या में फोर्स को देखते ही अवैध खनन कर्ताओं में हड़कंप मच गया, जिसके बाद कुछ आधी लदी हुई बालू छोड़ कर तो कुछ बालू लाद रहे मजदूरों सहित टिपर चालक मौके से फरार हो गए। पकड़े गए गाड़ियों की बरामदगी के बाद खनन अधिकारी को सूचित करते हुए जूगैल पुलिस को अग्रिम कार्रवाई के लिए उक्त सभी वाहनों को सौंप दिया गया |
प्राप्त जानकारी के अनुसार ओबरा एसडीएम रमेश कुमार तथा पुलिस क्षेत्राधिकारी ओबरा शंकर प्रसाद को पिछले कई दिनों से सूचना मिल रही थी कि जुगैल थाना क्षेत्र में सोन नदी के तटवर्ती क्षेत्रों में बालू के अवैध कारोबारियों द्वारा रात के अंधेरे में भारी पैमाने पर टीपर लगाकर अवैध खनन व परिवहन कराया जा रहा है , इसी क्रम में शनिवार की मध्यरात्रि में पूरे दलबल के साथ उक्त दोनों अधिकारियों ने बरगवां स्थित गुजरी पहाड़ के नीचे से बह रही सोन नदी के किनारे छापा मारा । जहां लगभग एक दर्जन टीपर सोन नदी में अवैध रूप से बालू खनन कर रहे थे अचानक फोर्स के साथ अधिकारियों को देखकर बालू लाद रहे मजदूरों व चालकों में हड़कंप मच गया। जिसमें से कुछ लोग रात के अंधेरे का फायदा उठाकर इधर-उधर भागने में कामयाब रहे। उसके पश्चात एसडीएम ने पूरे प्रकरण की जानकारी खनन अधिकारी को दी तथा जुगैल पुलिस को बुलाकर सभी टीपरों को सुपुर्द कर दिया।
रविवार की सुबह वैकल्पिक चालकों की व्यवस्था करने के बाद मौके पर पहुंचे खनन सर्वेयर व पुलिस के लोग बालू लदे गाड़ियों को जुगैल थाने ले जाने लगे जहां जानकारी के अनुसार रास्ते से भी कुछ गाड़ियां भागने में सफल हो गई और अंततः कुल नौ टीपरों को पुलिस थाने ले जाने में कामयाब हुई। मौके पर पहुंचे मिडियाकर्मियों ने जब इस बारे में सर्वेयर से जानकारी चाही तो उन्होंने इस बारे में कोई भी जानकारी होने से इनकार किया वही दूरभाष पर बात करने पर खनन अधिकारी ने बताया की ओबरा एसडीएम द्वारा कुछ टीपरों को सोन नदी में अवैध खनन करते हुए पकड़ा गया है। जिनके ऊपर वैधानिक कार्यवाही की जाएगी वही एसडीएम ओबरा ने बताया कि काफी दिनों से जुगैल थाना क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर सोन नदी में अवैध खनन की शिकायत मिल रही थी जिसके बाद यह कार्यवाही की गई है।
बताते चले कि जुगैल थाना क्षेत्र में राज्य सरकार की ओर से बालू खनन के लिए कई पट्टे आवंटित किए गए हैं जिसका फायदा उठा कर के सफेदपोश अवैध खननकर्ता रात के अंधेरे के अंधेरे में थाना क्षेत्र के कई स्थानों पर चोरी छुपे टीपरों पर बालू लोड कर रावटसगंज तथा अन्य स्थानों पर विक्रय करते हुये राजस्व को भारी क्षति पहुंचा रहे हैं वहीं आश्चर्यजनक पहलू यह भी है कि 15 से 20 किलोमीटर की दूरी पर रह रहे उच्चाधिकारियों को अवैध खनन की सूचना मिल जा रही है, जिसके बाद कार्यवाही भी की जा रही है लेकिन वहीं जुगैल पुलिस को इतने बड़े पैमाने पर हो रहे अवैध खनन की सूचना तक नहीं है, जो कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा कर रहा है। चर्चाओं की माने तो जुगैल पुलिस को अवैध खनन कर्ताओं द्वारा मोटी रकम सुविधा शुल्क के रूप में प्रदान की जाती है जिसके एवज में पुलिस मुंदहुं आंख कतउ कुछ नाहीं की तर्ज पर खामोश रहती है| गौरतलब हो कि जुगैल इलाके में मोबाइल नेटवर्क का न होना अवैध खनन कर्ताओं सहित अन्य अवैध कार्यों में लिप्त लोगों के लिए वरदान साबित होता है। इसके पूर्व में भी जुगैल क्षेत्र में सोननदी के तटीय इलाकों में बालू के अवैध खनन पर कार्रवाई की जा चुकी है , जहाँ नदी में आने जाने वाले रास्तो को भी जेसीबी मशीन से कटवा दिया गया था। बावजूद कुछ समय के लिए अवैध बालू खनन बंद कर दिया गया परंतु पुनः फिर से खेल शुरू कर दिया गया अब देखना होगा कि आने वाले समय में अवैध बालू खनन पर कितना प्रभावी अंकुश लग पा रहा है|