चीफ इंजीनियर ने किया कनहर परियोजना का दौरा।

दुद्धी – सोनभद्र / जितेंद्र चंद्रवंशी – सोन प्रभात

दुद्धी/ सोनभद्र। कनहर सिंचाई परियोजना के मुख्य अभियंता हर प्रसाद ने गुरुवार को अपने मातहत अभियंताओं के साथ कुड़वा ग्राम स्थित सुरंग व कोल्हिनदुबा स्थित जल सुरंग के हुए कार्यों का अवलोकन कर आगे होने वाले कार्यों को लेकर रणनीति बनाई, हालांकि अवशेष कार्यों के लिए वन विभाग व रेल विभाग से एनओसी नहीं मिली है जिससे गतिरोध बना हुआ है जबकि नेशनल हाइवे से हो चुका है।अवलोकन के दौरान उन्होंने नहरों के कार्यों को भी देखा।देर शाम अमवार स्थित मुख्य बांध स्पिलवे पर लग रहे मुख्य गेट का अवलोकन किया करीब 7 गेट वर्तमान में पूर्ण हो चुके है,अगस्त माह तक 10 गेट लगाने का कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा|
मुख्य अभियंता हर प्रसाद ने बताया कि कनहर सिचाई परियोजना की केंद्र सरकार के द्वारा मॉनिटरिंग की जा रही है उन्ही के
निर्देशन सीडब्ल्यूसी व पीएमकेएसवाई के द्वारा करीब डेढ़ से 2 महीने में हरी झंडी मिल जाएगी| वर्तमान समय में कनहर परियोजना के प्रोजेक्ट अपलोड किया जा रहा है | आगे बताया कि झारखंड सिंचाई विभाग के द्वारा वहां के विस्थापितों के लिए 13 करोड़ रुपए की मांग की गई है। उन्होंने बताया कि बरसात के बाद रॉक फिल डैम का कार्य शुरू होगा वर्तमान समय में आरकेसी व एलकेसी का 60 फीसदी कार्य पूर्ण हो चुका है। इस दौरान अधीक्षण अभियंता सीमांत कुमार, दीपक कुमार, अधिशासी अभियंता ई0 विनोद कुमार, ई0 मैनुद्दीन, ई0 सत्यप्रकाश चौधरी, ई0 वीर बहादुर सिंह ,ई0 राम आशीष, सहायक अभियंता रवि श्रीवास्तव ,संजय गुप्ता, नरसिम्हा ,अवर अभियंता डीके कौशिक, नंद लाल यादव ,श्रवण कुमार पर्दे संस्था के सत्यनारायण राजू उदय भास्कर व नरसिम्हा सहित दर्जनों अभियंता उपस्थित रहें|
- विस्थापितों ने की मुलाकात
दुद्धी/ सोनभद्र|सिंचाई के विस्थापितों के द्वारा मुख्य अभियंता से मुलाकात कर अपनी समस्याओं को बताया विस्थापित ईश्वरी प्रसाद निराला व प्रधान प्रतिनिधि मौलाना ने बताया कि डूब क्षेत्र के ऐसे विस्थापितों ने पूर्व में पैकेज ले लिया है जो वर्तमान में पुनर्वास कॉलोनी में अपना भवन निर्माण नहीं कर रहे हैं उन विस्थापितों को पुनर्वास कॉलोनी में प्लाटिंग प्रथम चरण में दिया गया था उन्होंने सिंचाई विभाग से कहा कि ऐसे विस्थापितों का सर्वे कराया जाए जो वर्तमान में बाहर रह रहे हैं स्थानीय तौर पर निवास करने वाले विस्थापितों को प्लाट आवंटित किया जाए ताकि वे अपना आवास बनाकर कॉलोनी में रह सके ,साथ ही उन्होंने कब्रिस्तान निर्माण को लेकर भी अपनी बात रखी।