श्रमिकों से कोविड-19 जांच में बभनी सीएचसी में अवैध वसुली का आरोप, मचा बवाल।
- दो घंटे तक धरने पर बैठे मजदूरों ने की अस्पताल कर्मचारियों के खिलाफ नारेबाजी।
- प्रत्येक मजदूर से सौ रु0 से लेकर एक सौ पचास रूपये तक वसूलने का आरोप , मामला गरमाया।
बभनी – सोनभद्र
उमेश कुमार – सोनप्रभात
बभनी। स्थानीय विकास खंड अंतर्गत संचालित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बभनी में इन दिनों श्रमिकों से कोरोना वायरस का एंटीजन जांच कर सर्टिफिकेट देने के नाम पर प्रत्येक व्यक्ति से ₹100 वसूलने के आरोप पर आज श्रमिकों ने अस्पताल परिसर के गेट पर जमकर हंगामा काटा। वही ग्रामीणों ने लगभग 2 घंटे तक धरना प्रदर्शन कर अस्पताल कर्मचारियों के खिलाफ नारेबाजी कर जांच के नाम पर दिए गए अपने पैसे को वापस करने की मांग पर अड़ गए।
जिसके बाद सीएचसी बभनी में तैनात महिला डॉक्टर अधीक्षक की अनुपस्थिति में चार्ज संभाल रही दिशा गुप्ता के द्वारा मजदूरों से लिए गए ₹500 वापस कर दिया गया। जिसके बाद श्रमिकों ने कोविड जांच के लिए अस्पताल मे तैनात संविदा कर्मचारी लैब टैक्नीशियन अनूप कुमार गुप्ता के उपर धन उगाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया।ग्रामीणों ने जब हंगामा के साथ विरोध प्रदर्शन किया तो उनको कोरोना जाच रिपोर्ट ही नही दिया गया और हंगामा से गुस्साए डॉक्टरों ने श्रमिको को 6 दिन बाद आने का फरमान सुनाया, साथ ही जिन लोगो ने पैसा दिया उनकी जाच कर रिपोर्ट तुरन्त निगेटिव देकर भेज दिया गया।
हंगामा को देखते हुए श्रमिकों को मौके पर बुला कर डा0 दिशा गुप्ता ने स्वयं 500 रु0 उन्हें दी। दरनखाड निवासी श्रमिक रामचरन,मनीष, भाईलाल, शिवकुमार व छोटु से सौ- सौ रूपये लेने के बाद जांच हुआ और रिपोर्ट भी निगेटिव कर दिया गया।शेष मजदूरों उमेश कुमार,शिवकुमार,रामचरन,मदन,पुरन,दिपक,छुन्नु,परमानंद, राममिलन,संजय,गोरखलाल आदि लोगों ने पैसा देने से मना कर दिया। जिस पर श्रमिको ने हंगामा खड़ा कर दिया।
मौके पर श्रमिको की सुचना पर भाजपा मण्डल बभनी के पुर्व संयोजक रामेश्वर शर्मा, व भाजपा युवा मोर्चा मण्डल अध्यक्ष सुधीर पाण्डेय ने इस मामले पर मौके पर पहुंचे जिसके बाद धनउगाही को लेकर उच्चाधिकारियों से सेलफोन से वार्ता कर सूचित किया, जिसके बाद श्रमिको को मौके पर बुलाकर पैसा वापस कर दिया गया।