रेणुकूट मे मूर्धवा राधा कृष्ण मंदिर में जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया।

रेणुकूट – सोनभद्र / यू. गुप्ता / सोन प्रभात
रेणुकूट नगर में स्थित प्रसिद्ध मूर्धवा राधा कृष्ण मंदिर में जन्माष्टमी के अवसर पर मेले की तैयारियां खूब रही। राधा कृष्ण मंदिर को फूल, मालाओं एवं बिजली के झालरों से खूबसूरती से सजाया गया था। मंदिर के कर्मचारी दिन रात एक करके साज सज्जा के कार्यों में बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किये। मंदिर परिसर के बाहर सड़क के दोनों पटरियों पर बुधवार से ही दुकानें सजने लगी थी। जिसमें अनेकों प्रकार के व्यंजन, खिलौने, चूड़ियां इत्यादि की दुकानें थी।

आपको बताते चलें कि जनपद के प्रसिद्ध राधा कृष्ण मंदिर में हर वर्ष जन्माष्टमी के अवसर पर भव्य मेले का आयोजन होता है। इस मेले की प्रसिद्धि का अंदाजा आपको इससे ही लग जाएगा कि जन्माष्टमी के दिन यहां जनपद के कोने-कोने से ही नहीं बल्कि पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार से भी बड़े पैमाने पर भक्तों का जमावडा लगता है। यह मंदिर सुखदेवानंद आश्रम ट्रस्ट का है।

इस मंदिर के प्रति आसपास के जिलों में काफी आस्था है। मंदिर के विशाल प्रांगण को सजाने धजाने के लिए मिर्जापुर से आए अनेकों कारीगरों ने अपना कई दिनो का परिश्रम लगा दिया। मंदिर के परिसर को कृतिम फूलों से भी सजाया गया। मंदिर में स्थापित राधा कृष्ण की मूर्ति के साथ-साथ अन्य मूर्तियों को भी विशेष परिधानों से सजाया गया। रंग-बिरंगे ताजे ताजे फूलों से हर मूर्ति को बारीकी पूर्वक सजाया गया था। भगवान राधा कृष्ण की एक झलक पाने के लिए लोग लालायित नजर आ रहे थे।

जन्मोत्सव में शामिल होने के लिए सुदूर ग्रामीण इलाकों के श्रद्धालु गुरुवार से ही नगर में पहुंचने लगे थे। जन्मोत्सव के अवसर पर मंदिर के प्रांगण में निरंतर भजन कीर्तन का कार्यक्रम चल रहा था वही भक्तों का जमावडा भी अपने चरम पर था। कुल मिलाकर इस बार नटवर नागर के जन्म को बारिश की फुहारों ने और भी आनंदमय बना दिया था।
