संस्कार भारती रेणुकूट के तत्वाधान मे श्री कृष्ण के बालगोकुलम रूप को देखकर भाव विभोर हुए दर्शक।

संवाददाता:- यू.गुप्त / सोन प्रभात

रेनुकूट। संस्कार भारती रेणुकूट के तत्वाधान में हिंडाल्को के ऑडिटोरियम में 31वें बाल गोकुलम श्री कृष्ण रूप सज्जा के कार्यक्रम का आयोजन किया गया । इस कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि हिंडाल्को इंडस्ट्रीज लिमिटेड के मानव संसाधन विकास के प्रमुख श्री जसवीर सिंह ने भगवान श्री कृष्ण के चित्र पर माल्यार्पणकरके एवं दीप को प्रज्वलित कर इस कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस कार्यक्रम मे संस्कार भारती के अध्यक्ष नवल किशोर जी, मंत्री विपुल अग्रवाल, कार्यक्रम संयोजक अजय अमिष्ट और शिव शंकर शर्मा जी भी उपस्थित थे।

इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री जसवीर सिंह ने फिर अपनी बचपन की यादों को भी ताजा करते हुए अपने बाल सुलभ नटखट बचपन के कुछ संस्मरण भी सुनाए और संस्कार भारती की टीम को ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने के लिए भी प्रेरित किया और कहा कि संस्थान की तरफ से इस प्रकार के कार्यक्रम के लिये हर प्रकार के सहयोग का भी आश्वासन श्री जसवीर सिंह ने संस्कार भारती रेणुकूट की टीम को दिया। मुख्य अतिथि ने अपने मार्मिक उद्बोधन में कहा कि हमें अपने धर्म की और अपने संस्कारों की रक्षा स्वयं करना है। अपनी आने वाली पीढ़ी को अच्छे संस्कार हम सभी को देना हैं।
इसके बाद संस्कार भारती रेणुकूट ने अपनी संस्था का ध्येय गीत प्रस्तुत किया। वहीं पर लतिका गुप्ता ने संस्कार भारती रेणुकूट के विषय में विस्तृत रूप से उपस्थित लोगों को जानकारी दिया।
इस कार्यक्रम में 9 माह से लेकर ढाई वर्ष तक और ढाई वर्ष से लेकर 4 वर्ष तक के आयु वर्गों में कुल 82 बच्चों ने मंच पर भगवान श्री कृष्ण के रूप मे पहुंचकर अपने बाल रूप के विविध रूपो जैसे रुदन करते हुए, मुख पर माखन लगाए हुए, माखन चुराते हुए, गेम खेलते हुए, मुरली लिए हुए कृष्ण अपने बाल सुलभ नटखट रूप के अदाओं से खचाखच भरे हिंडालको ऑडिटोरियम में उपस्थित दर्शकों का मन मोह लिया।

वहीं पर गीता मौर्या के निर्देशन में बच्चों की नृत्य की प्रस्तुतियों ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। निर्णायक मंडल में नेहा माहेश्वरी, आचार्य यमुना मिश्रा, उदय मिश्रा, ने बच्चों के परिधानों और उनकी कुशलता का मूल्यांकन किया।

कनिष्ठ वर्ग में रुसॉन्ग मेनन, आरव यादव, शिवांश और वरिष्ठ वर्ग में अंशुमन राठी, मेधावी सिंह और आरोही गुप्ता को क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान में अपना परचम लहराया।
इस कार्यक्रम में शामिल सभी प्रतिभागी बालगोपालो को हिंडालको प्रबंधन मंडल की तरफ से सांत्वना पुरस्कार भी दिया गया।