हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद जी के जयंती पर गोष्ठी का आयोजन।

- हिटलर द्वारा मेजर को अपने देश के लिए खेलने वास्ते धन का प्रस्ताव रखा गया था जिसे मेजर नें देश की खातिर ठुकराया दिया।
दुद्धी – सोनभद्र / जितेंद्र चंद्रवंशी – सोन प्रभात
दुद्धी सोनभद्र डॉ राजेंद्र प्रसाद पुस्तकालय भवन में हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद जी के जयंती के अवसर पर एक संगोष्ठी का आयोजन मेजर ध्यानचंद एकेडमी के तत्वाधान में किया गया, भारत को हाकी खेल में लगातार गोल्ड मेडल दिलाने वाले मेजर ध्यानचंद जी के जीवन पर प्रकाश डाला गया, और हाकी के जादूगर के नाम पर खेल रत्न पुरस्कार आरंभ किए जाने के सरकार के फैसले की सराहना किया गया, वक्ताओं में मेजर को उन दिनों जर्मनी के तानाशाह शासक हिटलर ने अपने देश जर्मनी के लिए खेलने का ऑफर हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद को दिया था परंतु देशभक्त मेजर ने हिटलर के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था और अपने देश भारत के लिए ही सिर्फ खेलने की बात कही।

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में 29 अगस्त सन 1905 को जन्मे स्वर्गीय मेजर ध्यानचंद के कारण विश्व में भारत के राष्ट्रीय खेल हॉकी में दबदबा रहा। संगोष्ठी में वर्ष का लेखा-जोखा पर चर्चा कर 16 सितंबर को पुनः बैठक कर कमेटी के विस्तार व उत्थान पर चर्चा किया गया। मेजर ध्यानचंद एकेडमी दुद्धी के नाम पर फुटबॉल टीम बनाए जाने का भी प्रस्ताव रखा।

कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर पंचायत अध्यक्षव संरक्षक राज कुमार अग्रहरी द्वारा किया गया,मुख्य वक्ता नंदलाल अग्रहरी एडवोकेट, प्रभु सिंह कुशवाहा एडवोकेट सिविल बार एसोसिएशन अध्यक्ष, डॉक्टर इस्लामूल हुदा,उपाध्यक्ष जवाहरलाल एडवोकेट, अमरनाथ , दुद्धी फुटबॉल कमेटी सचिव जितेंद्र कुमार चंद्रवंशी,कोषाध्यक्ष दीपक कुमार जौहरी, फुटबॉल खिलाड़ी सुधीर कुमार संचालन मेजर ध्यानचंद अकैडमी सचिव शिवशंकर गुप्ता एडवोकेट द्वारा किया गया।