दुद्धी – नगर पंचायत में लगा सोलर लाईट घोटालों की भेंट चढ़ा, एक हफ्ते से विद्युत आपूर्ति ठप्प 11 वार्डों में लगा सोलर लाईट हुआ निष्क्रिय।

दुद्धी – सोनभद्र / जितेंद्र चंद्रवंशी – सोन प्रभात

दुद्धी सोनभद्र आदिवासी बाहुल्य अति पिछड़े नगर पंचायत दुद्धी में करोड़ों रुपए का लगा सोलर लाईट भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। एक हफ्ते से विद्युत आपूर्ति हजारों गांव कि ठप्प हैं, और नगर पंचायत दुद्धी में मरघट सा सन्नाटा सड़कों व गलियों में पसरा है, ऐसे में रेलवे स्टेशन वार्ड,2 दुद्धी से आने जाने वाले रात्रि में यात्री अंधेरे में चलने को विवश हैं जबकि रेलवे स्टेशन के पास सोलर लाइट कई माह से बंद निष्क्रिय पड़ा है, यही माजरा वार्ड नंबर 5 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुद्धी रोड़ के पास जहां से गंभीर मरीजों का आवागमन होता है का सोलर लाईट मुँह नगर पचांयत को चीढ़ा रहा।

स्थानीय लोगों द्वारा कई बार इसकी सूचना नगर पंचायत को दी गई परंतु मामला जस का तस पड़ा है, वार्ड नंबर 11 जेम्स स्कूल दुद्धी के पास जिस रास्ते ग्राम पंचायत मलदेवा एवं नगर पंचायत के विभिन्न भागों में आवागमन का लिंक मार्ग है के पास लगा सोलर लाइट मजाक बनकर शोपीस खड़ा है, वार्ड नंबर 1 स्वर्गीय गोपाल प्रसाद गला दुकान जहां पर घनी आबादी है संकट के समय अंधेरे में महज दिखावा बनकर खड़ा है, रामनगर रोड वार्ड नंबर 10 सभी ज्यादातर सोलर लाइट जनता का टेंपरेचर अंधेरे में बढ़ा रही है, वार्ड नंबर 2 ईट मंडी जो प्रमुख राष्ट्रीय राज्य मार्ग हैं का यही हाल है, मां काली मंदिर अमवार रोड पर लगा सोलर लाइट से लेकर कलकल्ली बहरा, डिहवार बाबा रोड़, वरिष्ठ अधिवक्ता जगदीशवर प्रसाद जायसवाल के सामने, डीसीएफ कॉलोनी इस प्रकार अगर 11 वार्डो का अगर बखान किया जाए तो शर्मसार करने वाला दृश्य है।

करोड़ों रुपए का नगर पंचायत द्वारा लगाया गया सोलर लाइट कहीं बैटरी नगर पंचायत द्वारा उठाया गया जो आज तक नहीं लग सका, रखरखाव मरम्मत के अभाव में करोड़ों रूपये की लागत का लगा सोलर लाइट प्लेट एक हफ्ते से ठप्प विद्युत आपूर्ति को मुंह चिढ़ा आईना दिखा रहा है l बरसात के दिनों में सांप बिच्छू गली मोहल्ले में निकल रहे हैं परंतु अपनी तो पौबारा जनाब है, चाय पान के नुक्कड़ सभाओं पर नगर पंचायत द्वारा अपनी पीठ थपथपाई जाती है l लोकतंत्र और जिम्मेदार संस्थाएं मजाक बनकर जनमत का अपमान सरेआम कर रही है।

जिलाधिकारी महोदय सोनभद्र संज्ञान बेबसी का ले और करोड़ों रुपए के सोलर लाइट निर्माण की जमीनी पड़ताल जिम्मेदार इमानदार संस्था से कराएं और जनता के द्वारा जनता के लिए चुनी गई नगर पंचायत को कर्तव्यों का बोध वैधानिक रूप से कराएं l वैसे जनता की हाय से भला कौन बचा है यह तो आने वाला वक्त ही तय करेगा।
