बौद्धिक विकास और ज्ञान बढाने में सहायक होगी पुस्तके-आनन्द
म्योरपुर/सोनभद्र / पंकज सिंह / सोन प्रभात
बनवासी सेवा आश्रम परिसर में संचालित शिक्षा निकेतन गोविंदपुर में बुधवार को उल्लास पुस्तकालय का उल्लास के निदेशक आनंद और सामाजिक कार्यकर्ता तथा मिशन समृद्धि की स्टेट मैनेजर शचि सिंह ने संयुक्त रूप मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलित कर किया। इस दौरान कहा की पुस्तको के पढ़ने से, विज्ञान, सामाजिक,आर्थिक ज्ञान के साथ बौद्धिक क्षमता और व्यक्तित्व का विकास होता है।कहा कि दुनिया में सबसे ज्यादा पुस्तके भारत में ही पढ़ी जाती है।फिर भी पुस्तक पढ़ने की आदत लोगो में कम हो रहा है छात्रों का आह्वान किया कि वे स्कूल के बाद भी घर में पुस्तके पढ़े और जितना हो सके सोशल मीडिया से दूर रहे। कहा कि यह पुस्तकालय छात्रों और शिक्षकों के लिए लाभदायी होगा जब इसमें शिक्षक और छात्र नियमित पढ़ने आयेंगे।
उन्होने कहा सोनभद्र के दक्षिणांचल में 26 उल्लास पुस्तकालय व विज्ञान किट प्रयोगशाला स्थापित होगें। मौके पर शुभा प्रेम,देवनाथ भाई,ओंकार नाथ पांडेय इंदुबाला सिंह, पी के शर्मा,केवला प्रसाद खरवार,प्रशिक्षक श्रीकांत और विजय आदि उपस्थित रहे।संचालन प्रदीप सिंह ने किया।