विधि विधान के साथ पंडालों में मंत्रोचार के साथ स्थापित हुई आदि शक्ति मां दुर्गा की प्रतिमा
म्योरपुर/पंकज सिंह
म्योरपुर स्थानीय कस्बा स्थित दुर्गा पण्डाल परिसर में सारोजनिक दुर्गा पूजा कमेटी के तत्वाधान में रविवार को वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ विधि-विधान के साथ पंडाल में स्थापित हुई मां दुर्गा की प्रतिमा पूजा कर रहे पंडित मुन्ना पंडित ने बताया कि नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है. दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा होती है. वहीं त्योहार के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की अराधना की जाती है. हिन्दू धर्म के
अनुसार नवरात्रि का चौथा दिन मां कुष्मांडा को समर्पित किया जाता है. इस त्योहार प्रत्येक दिन विभिन्न रंगो की मान्यता भी है. किसी दिन हरा तो किसी दिन पीला तो किसी दिन रोयल ब्लू रंग पहना कर माता पार्वती के स्वरूप को भक्त प्रशन्न करने का नवरात्रि के 7वें दिन मां दुर्गा के सातवें अवतार मां कालरात्रि की पूजा की जाती है. माँ कालरात्रि, जिसे देवी शुभांकरी के रूप में भी जाना जाता है, को देवी के विनाशकारी रूप के रूप में चित्रित किया गया है, क्योंकि उनके काले काले रूप, अनचाहे बाल, तीन आँखें और अभय और वरद मुद्रा में चार हाथ हैं. वह अपने बाएं हाथों में अपने अस्त्र धारण किए हुए हैं।उन्होंने बताया कि कथा शाम 7 बजे से सुनाई जाएगी ज्यादा से ज्यादा भक्त गण आकर मातारानी के कथा का अमृतपान ले इस दौरान कमेटी के अध्यक्ष उमेश अग्रहरी,कोषाध्यक्ष शशांक अग्रहरी,शशिकांत अग्रहरी,जितेंद्र अग्रहरी,मीडिया प्रभारी पंकज सिंह,गोलू,सतबीर सिंह,रामु आदि ग्रामीण मौजूद रहे।