रिहन्द बांध परिक्षेत्र में खनन पर लगे रोक नही तो भूकंप का खतरा

अमेरिका बांग्लादेशऔर दिल्ली बीएचयू के भू वैज्ञानिकों शोध केंद्र स्थापित करने पर दिया बल
डी एफ ओ और ग्राम प्रधान ने वैज्ञानिकों को दिया पत्थरों के सरक्षणं का आश्वासन
म्योरपुर/पंकज सिंह

म्योरपुर ब्लॉक के रन टोला पिपरी मुर्धवा, सहित लगभग बीस किमी परिक्षेत्र में खनन पर तत्काल रोक लगाए जाने की बात अमेरिका बांग्लादेश सहित देश के शीर्ष भूवैज्ञानिको ने कहते हुए चेतावनी दी है कि यह देश के सबसे बड़े फाल्ट (भ्रस ) क्षेत्र सोन,नर्मदा साउथ फाल्ट जोन के मुहाने पर है।और किसी भी तरह के खनन से क्षेत्र को बचाना चाहिए नही तो रिहद बांध सहित पुरे क्षेत्र को भूकंप चंद मिनटों में नाश कर सकता है।

कलकत्ता विश्वविद्यालय के ध्रुव मुखोपाध्याय दिल्ली विश्व विद्यालय के विभागाध्यक्ष अनुपम चटउपाध्याय,अमरीका के फ्लोरिडा विश्वविद्यालय के प्रो नैप च्युन ,बांग्लादेश के, प्रो मु o शरीफ बीएचयू के प्रो वैभव सहित सभी वैज्ञानिकों ने रेलवे लाइन के लिए पहाड़ी खोदे जाने पर चिंता जताई और कहा है की भविष्य में इस क्षेत्र को सुरक्षित रखा जाए जिससे एक सौ अस्सी करोड़ वर्ष पुराने इस विरासत के साथ प्रकृति और मानव जीवन सुरक्षित रह सके। सभी ने यहां शोध केंद्र स्थापित करने की बात कही और दावा किया कि चार बार पृथ्वी उलट पलट हुई है यह चट्टाने और पहाड़ी उसका इतिहास बताता है।और यह छतिग्रस्त हुआ तो रहस्य भी गायब हो जाएगा

वैज्ञानिकों ने दावा किया की ऐसी सुरक्षित और पुरानी चट्टाने भारत ही नहीं दुनिया में देखने को नहीं मिली है। इससे समझा जा सकता है की यह जगह दुनियां वालो के लिए कितना महत्वपूर्ण है। इस बीच प्रभागीय वनाधिकारी मनमोहन मिश्रा,रन टोला के ग्राम प्रधान दिनेश जायसवाल और माने जाने पर्यावरण कार्यकर्ता जगत नारायण विश्वकर्मा ने मंगलवार को वैज्ञानिकों से मुलाकात भी की थी शोध की जानकारी लेते हुए आश्वासन दिया कि इसे खनन और प्रदूषण से बचाया जायेगा।केरल विश्व विद्यालय के प्रो ,प्रतिश ने कहा कि खनन के साथ औधौगिक कचरा, डूब से भी चट्टानों को बचाना होगा।ब्लॉक प्रमुख मान सिंह गोंड,समाज सेवी सुधीर कुमार ने कहा है की हमारे जनपद वासियों के लिए यह गर्व की बात है कि यहा पृथ्वी के जीवन काल का रहस्य खोलने वाली चट्टाने और पहाड़िया है।इसे सरक्षित कराने के लिए जल्द ही राज्य मंत्री संजीव गोंड और दुद्धी विधायक राम दुलार गोंड से मिलेंगे।