सहकारी खेती से किसान अपनी आमदनी दोगुना कर सकते है- अरूण जैन
म्योरपुर/पंकज सिंह
सोनभद्र के किसानों में विकास की बहुत संभवानाए मौजूद है, सहकारी खेती कर अपनी आमदनी दोगुना आसानी से कर सकते है। उक्त बातें बीते दिन देश के प्रसिद्ध उद्योगपति व समाजसेवी अरूण जैन ने बनवासी सेवा आश्रम केन्द्र फरीपान में जनपद के पांच किसान कंपनियों के बोर्ड सदस्यों व सामुदायिक विकास कार्यक्रम से जुड़े स्वयंसेवकों के संबोधन में कही। उन्होंने कहा देश के अन्य प्रांतों की तरह यहां के किसान सहकारी माध्यम वैज्ञानिक विधि से अपना जैविक उत्पाद का ब्रांड बनाकर सही कीमत आसानी से ले सकते हैं।
इससे पहले फरीपान, जुगैल, मनबसा, चेतवा व बकुलिया क्षेत्र के किसान उत्पाद कंपनियों (एफपीसी) के सदस्यों द्वारा अपने उपलब्धियों व भविष्य की योजनाओं का अनुभव साझा किया गया। सामुदायिक विकास कार्यक्रम से जुड़े स्वयंसेवकों, पंचायत सदस्यों ने समुदाय भागीदारी से मिली उपलब्धियों व बदलाव भी सभी के समक्ष रखा गया। जीवनशाला फरीपान के बच्चों द्वारा “चल के तू देखे गांव एक बेरिया, फिर भूलके ना जईबअ शहर ओरिया” मनमोहक गीत सभी के समक्ष प्रस्तुत किए। संबोधन पूर्व बर्मी कंपोस्ट खाद तथा जैविक खाद बनाने के तरीकों को किसानो के घर जाकर करीब से देखा, उनके अनुभव को सुना ।
परिवारों के घर जाकर कच्चे मकानों के रहने के आनन्द को देखा और समझा। जैविक खेती से उत्पन्न अनाजों में ही रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रबल होती हैं किसानो को पूर्ण रूप से जैविक खेती करने का लक्ष्य निर्धारित करने का आग्रह किया। इस अवसर पर देश के अन्य हिस्सों आए समाज शुभचिंतकों मंजू जैन, श्रमिष्ठा, अजय, शच्ची सिंह, गौरव, आशिष, डा. चन्द्रशेखर प्राण, शुभा बहन, देवनाथ भाई, धन्नजय, प्रभाकर सिंह, त्रिभुवन, रमेश भाई, उमेश भाई, रघुनाथ, अशोक, बेचन, रामलोचन, विभुरंजन, जाधवमंडल सहित अन्य प्रांत के अनेक समाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे।