सोनभद्र – “मौत से पहले तेंदुआ ने काफी संघर्ष किया होगा।” – सब डिवीजनल ऑफिसर

म्योरपुर – सोनभद्र / पंकज सिंह / आशीष गुप्ता – सोन प्रभात
सोनभद्र । म्योरपुर वन क्षेत्र में तेंदुए की मौत के मामले में वन विभाग पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने का इंतजार कर रहा है ताकि मौत की असली वजह का पता लग सके । संदिग्ध परिस्थिति में तेंदुए की हुई मौत ने वन विभाग पर कई सवाल खड़े कर दिए।
रविवार को एसडीओ वन विभाग ने पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों की टीम के साथ घटना स्थल का मुआयना किया और कई चीजों के बारे में गहन अध्ययन की ताकि मामले की गुत्थी सुलझ सके। एसडीओ बताया कि इस मामले में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और कुछ लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया भी गया है ताकि कोई भी सुराग मिल सके । एसडीओ ने बताया कि तेंदुआ कहीं से भटक कर आया होगा क्योंकि इसके पैरों के निशान जंगल में और कहीं नहीं मिला । लेकिन एसडीओ ने एक महत्वपूर्ण बात यह कही कि तेंदुए की मौत की वजह जो भी रही हो मगर मौत से पहले वह काफी संघर्ष किया होगा। क्योंकि घटना स्थल के पास जिस तरह से एक पेड़ पर तेंदुए के चढ़ने के निशान देखे गए हैं उससे यह लग रहा कि वह संघर्ष के दौरान पेड़ पर चढ़ा होगा ।
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एसडीओ ने कहा कि यह घटना उनके लिए भी चुनौतीपूर्ण है उन्होंने कहा कि उनका पूरा प्रयास है कि दो-तीन दिनों के अंदर इसकी गुत्थी सुलझा ली जाएगी।
एक तरफ जहां एसडीओ डॉक्टरों की टीम के साथ मौका मुआयना कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ क्षेत्र में चर्चा है कि वन विभाग मामले को रफा-दफा कर डॉक्टरों की टीम को मैनेज करने में जुटा हुआ है।
चर्चाओं की माने तो तेंदुए की मौत के पीछे शिकारियों का हाथ हो सकता है।क्योंकि बताया जा रहा है कि क्षेत्र में लंबे समय से शिकारी अन्य जानवरों के शिकार के लिए अपना फंदा बिछाते रहते हैं और घटना वाले दिन शिकारियों के जाल में तेंदुआ फंस गया होगा जिसके बाद वह निकलने के लिए संघर्ष किया होगा ।
कुल मिलाकर तेंदुए की मौत ने गश्त पर सवाल खड़ा करते हुए यह भी सोचने पर मजबूर कर दिया ग्रामीणों को तेंदुए की मौत की जानकारी हो गयी तो वनकर्मियों को क्यों नहीं हुई?