सोनभद्र – तेंदुआ के मौत का रहस्य में खुलासा, दो गिरफ्तार।

म्योरपुर – पंकज सिंह / आशीष गुप्ता – सोन प्रभात
म्योरपुर।रेंज के डढ़िहरा के खालेडीह जंगल में मिले तेंदुए के शव के मामले का वन विभाग ने खुलासा करते हुए इस मामले में दो शिकारियों को गिरफ्तार किया है।बताया जा रहा है कि जंगल में सूअर का शिकार करने के लिए शिकारियों ने जाल लगा दिया था, जिसमें फंसने से तेंदुए की मौत हो गई वन विभाग की टीम ने दोनों शिकारियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। म्योरपुर रेंज डढ़ियरा गांव के खालेडीह जंगल में बीते शनिवार को तेंदुए का शव मिला था। जंगल में तेंदुए का शव पड़ा होने की सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग को दी गई थी। जिसके बाद वन विभाग की टीम ने तेंदुए के शव को कब्जे में लेकर जांच में जुट गई।

इस मामले पर वन विभाग के म्योरपुर एसडीओ भानेंद्र सिंह पिपरी एसडीओ उषा देवी, रेंजर शहजादा इस्माइलुद्दीन ने मौके पर पहुंचकर तेंदुए की मौत के कारणों की हर एंगल से जांच की। वन विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में तीन डाक्टरों के पैनल ने तेंदुए का पोस्टमार्टम किया था। पोस्टमार्टम के बाद तेंदुए का अंतिम संस्कार किया गया था। मंगलवार को आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डाक्टरों ने तेंदुए की मौत का कारण दम घुटना बताया।इसी दौरान वन विभाग की टीम ने संदेह के आधार पर आधा दर्जन लोगों को पकड़कर लगातार 3 से 4 दिनों तक पूछताछ की।इसी दौरान वन विभाग को एक वीडियो क्लिप मिला जिसमें तेंदुआ तड़प रहा था इस वीडियो को बनाने वाले को विभाग द्वारा पकड़े जाने के बाद कई अहम सुराग मिले।इसी आधार पर टीम ने डढ़ियरा निवासी जिंदलाल पुत्र नवलसाय व हीरन यादव पुत्र गोगल को गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि तेंदुआ दिन के पहले ही शाम को सात बजे उनके सूअर मारने के लिए बिछाए जाल में फंस गया था इसके बाद वह काफी तड़प रहा था उसने वहां से निकलने की पूरी कोशिश की थी लेकिन उसे सफलता नहीं मिली इसके बाद वह लोग उसे उसी हाल में छोड़ दिए सुबह आकर देखा तो वह मृत अवस्था में पड़ा था लेकिन डर के मारे उसे पत्थर मारा गया जब वह कोई प्रतिक्रिया नहीं किया तब जाकर उन लोगों ने अपना जाल वहां से हटा दिया इसके बाद उन्होंने वन विभाग को घटना की सूचना दे दी।

पकड़े गए दोनों आरोपियों को वनकर्मी ओम प्रकाश जायसवाल की सूचना पर दर्ज मुकदमे वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1970 की धारा 9, 39, 50 तथा 51 के तहत चालान कर सिविल जज जूनियर डिवीजन दुद्धी के न्यायालय में पेश किया गया जहां उनकी जमानत पर सुनवाई के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया।रेंजर शहजादा इस्माइलुद्दीन ने बताया कि इस मामले में एक और आरोपी डढ़ियरा निवासी बालकेश्वर की सरगर्मी से तलाश की जा रही है जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।अभी इस मामले में जांच चल रही है आगे भी कई गिरफ्तारियां होंगी।कहा कि वन्यजीव पर होने वाले अपराध और करने वाले अपराधियों को किसी भी दशा में बख्शा नहीं जाएगा।आरोपियों को पकड़ने वाली टीम में रेंजर शहजादा इस्माइलुद्दीन, वन दरोगा शिवकुमार कुमार यादव, विजेंद्र कुमार, सर्वेश कुमार यादव, सत्येंद्र कुमार व चंद्रभान ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।