राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त उ ०प्र० अनुसूचित जनजाति/ जाति आयोग के उपाध्यक्ष व सदस्य पहुंचे कुदरी,पौधरोपण कर दिया संदेश।
- –उपाध्यक्ष व सदस्य बनने के बाद प्रथम आगमन पर कार्यकर्ताओं द्वारा भव्य स्वागत।
लिलासी – सोनभद्र
आशीष गुप्ता / दिनेश चौधरी – सोन प्रभात
अनुसूचित जाति/ जनजाति आयोग के उपाध्यक्ष रामनरेश पासवान व अनुसूचित जाति/ जनजाति सदस्य श्रवण कुमार सिंह गोंड की उपस्थिति में एक कार्यक्रम आयोजित कर म्योरपुर ब्लॉक के कुदरी गांव में वृक्षारोपण कर पौध रोपण का वृहद कार्यक्रम चलाया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रामनरेश पासवान व विशिष्ट अतिथि के तौर पर श्रवण सिंह गोंड उपस्थित थे, आरम्भ में माल्यार्पण कर अतिथियों का स्वागत किया गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता गांव के प्रधान रामदास द्वारा किया गया। कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम प्रमुख नंदलाल जी ने किया।
इस दौरान रामनरेश पासवान ने कहा कि प्रकृति की अनमोल धरोहरों में हरे-पेड़ पौधे जरूरी है। इसके लिए हर किसी को जागरूक होना चाहिए। मनुष्य को अपने जीवन में एक पौधा जरूरी लगाना चाहिए आगे कहा कि पेड़ लगाने के साथ इसकी सुरक्षा भी अतिआवश्यक है। इसका बचाव करना चाहिए। क्योंकि वृक्ष के बगैर जीवन अधूरा है। वृक्ष से ही जीव जंतु को ऑक्सीजन मिलता है। लेकिन जिस तरह से पेड़ों की अंधाधुंध कटाई हो रही है और नए वृक्ष नहीं लग रहे हैं, उससे जाहिर है कि आने वाले दिनों में लोगों को भीषण संकट से जूझना पड़ सकता है। ऐसे में वह संकट नहीं आए, इसके लिए लोगों को पहले से ही अलर्ट रहना होगा। उन्होंने मौजूद तमाम लोगों से अनुरोध किया कि वे अपने-घरों के आसपास पेड जरूर लगाएं।
- इस दौरान इनकी रही उपस्थिति –
भाजपा मंडल अध्यक्ष म्योरपुर मोहरलाल खरवार,जिला महामंत्री जीतसिंह खरवार, जिला उपाध्यक्ष ओमप्रकाश दूबे, श्याम नारायण सिंह, विश्वकांत दुबे, रामनरेश जायसवाल ग्राम प्रधान लीलासी, मिथिलेश जायसवाल, ग्राम प्रधान कूदरी रामदास, अस्थल प्रोफेसर राजेन्द्र सिंह (रज्जु भैया) शिक्षा प्रचार समिति नवीन केंद्र ग्राम पंचायत कुदरी, ग्रामीणों में विद्याशंकर ,रामाशंकर, दिनेश जा, रामलखन, मनोज, रामदास पटवारा, दुलारचंद, विकास, हंसलाल, बबलु, मानमती, फुलकुवर, सोनमती आदि ग्रामीण समेत तमाम लोग मौजूद रहे।
सुरक्षा के दृष्टिकोण से चौकी इंचार्ज लिलासी कुमार संतोष और म्योरपुर थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार त्रिपाठी मयफोर्स सुरक्षा के दृष्टिकोण से उपस्थित रहे।