संतोष हत्याकांड का एक और आरोपी गिरफ्तार

घोरावल/पी डी/सोनप्रभात लाइव
सोनभद्र:-घोरावल कस्बे के रहने वाले संतोष भारती का बीते दिनों अपहरण कर उसकी हत्या कर दी गई थी। सोमवार को एक अन्य आरोपित जो फरार चल रहा था उसे भी क्षेत्र के केवली ग्राम के वीरमति महाविद्यालय के पास से कोतवाली निरीक्षक अंजनी कुमार राय ने गिरफ्तार कर लिया। सद्दाम का भाई अल्ताबू उर्फ आफताब शाह पुत्र मोहम्मद इद्रीश शाह उर्फ लल्लन जिसे पुलिस ने सोमवार को केवली गांव से गिरफ्तार कर लिया। शेष अन्य आरोपितों की तलाश में पुलिस गहराई से जुटी है। इस मामले में रविवार को दो आरोपितों को गिरफ्तार कर उनका चालान किया जा चुका है।
29 मार्च को घोरावल कस्बे के रहने वाले संतोष भारती का अपहरण किया गया था और 31 मार्च को बेलन नदी के पास करीबराव पुल के नीचे उसका शव बरामद हुआ था। इस मामले में जब संतोष अपहृत चल रहा था उसी दौरान उसके पिता रामनाथ ने कोतवाली में तहरीर देकर उसकी रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी कि नया मोड़ सामने आया और 31 मार्च को करीबराव पुल के नीचे एक शव मिलने की सूचना पुलिस को मिली। रामनाथ को ले जाकर शव की शिनाख्त कराई गई तो वह उसका पुत्र संतोष निकला। इस मामले में पुलिस अपरहण की धारा में बढ़ोतरी कर हत्या के प्रकरण में मामले को दर्ज करते हुए विवेचना शुरू कर दी है। फरार चल रहे आरोपितो की धरपकड़ के लिए टीम गठित कर दी गई। बीते रविवार को मामले से जुड़े मुख्य आरोपित सद्दाम उर्फ नीशू शाह को पुलिस ने मुुुड़िलाडीह के पास से उसकी प्रेमिका काजल पाठक के साथ उसे गिरफ्तार किया था। सीओ अमित कुमार ने बताया कि बीते 29 मार्च को घोरावल कस्बे के वार्ड नंबर 5 के रहने वाले नीशू उर्फ सद्दाम, उसका भाई आफताब उर्फ अल्ताबू और उसका पिता लल्लन के साथ संदीप उर्फ मिट्ठू अग्रहरि निवासी वार्ड नंबर 1 ने मिलकर अनाज गल्ला लोड अनलोड कराने के बहाने संतोष को उसके घर से ले जाकर उसकी हत्या कर दी। उसके शव को करीबराव पुल के नीचे छिपा कर फरार हो गए थे। मृतक संतोष की हत्या का कारण बताया गया कि संतोष द्वारा नीशुुु शाह की प्रेमिका काजल पाठक के साथ बदतमीजी करने तथा उसकाने पर और दूसरी वजह बीते 25 मार्च को नीशू के पास में रहने वाले बचऊ मियां से संतोष के घरवालों से झगड़ा हुआ था। उस मामले में निशू शाह के भाई व उसके पिता द्वारा बचऊ मियां के विरुद्ध एससी एसटी का मुकदमा लिखवाने के लिए प्रयास किया गया। लेकिन संतोष के पिता रामनाथ द्वारा 25 मार्च को हुई मारपीट विवाद के संबंध में अगले दिन सुलह ले लिया गया था, जिससे वे सब नाराज हो गए थे और संतोष को सबक सिखाने के लिए गल्ला लोड करवाने के बहाने ले जाकर बीयर की बोतल के टुकड़े से गला रेत कर उसकी हत्या 29 मार्च की रात में ही कर दी गई और शव को बेलन नदी पुल के नीचे छिपा दिया गया। और वहां से आरोपित फरार हो गए। आरोपितों को गिरफ्तार करने वाली टीम में कोतवाली निरीक्षक घोरावल अंजनी कुमार राय, चौकी इंचार्ज घोरावल संजय कुमार सिंह, हेड कांस्टेबल संजय यादव, विमलेश कुमार, रामगोपाल पटेल रहे।