बिना टमाटर के चटनी कैसे बनी,150 के पार हुआ टमाटर का भाव, कई सब्जियां हुई महंगी

रेनुकूट मे सब्ज़ियॉ महंगाई डायन खाए जात है, कई सब्जियां हुई थाली से गायब
संवाददाता:-यू.गुप्ता
रेनुकूट:-सब्जियों के दाम बारिश के बाद आसमान छूने लगे। दाम बढ़ने के पीछे लोगो का अनुमान है कि वर्षा बताई जा रही है। ऐसे में ताजा सब्जी भी उपलब्ध नहीं हो पा रही है। बरसात के कारण कुछ दिन में आलू ,टमाटर व प्याज के दाम आसमान छूने लगे हैं।

आम आदमी की पहुंच अब लौकी और तोरई खाने तक नही रह गया है। इस समय अभी बारिश के बाद बाजार में लौकी 60 रुपये किलो, तोरई 60 रुपये किलो बिक रही है। टमाटर जहां 20 रुपये किलो तक बिक रहा था वह 80 से 100 रुपये किलो बिक रहा है।
टमाटर, नींबू और अन्य सब्जियों के दाम सुन करके खरीदारों के चेहरे भी लाल होने लग गए हैं। मिर्च, अदरक, टमाटर, करेला, लहसुन की कीमत बढ़ने से घर की महिलाओ का बजट बिगड़ना शुरू हो गया है। जहा पहले लोग एक किलो टमाटर खरीद रहे थे तो वहीं अब आधा या पावभर से काम चला रहे हैं।

महिलाओ ने भी सब्जियों के दाम बढ़ने पर थाली में सब्जी की मात्रा में कटौती करनी शुरू कर दी है। ज्यादातर महिलाओं ने अपने सब्जी मे टमाटर खरीदने की जगह टोमेटो प्यूरी बाजार से मँगा कर के अपना काम चलाने लगी हैं।
लगातार बढ़ रही महंगाई का सबसे बड़ा असर गरीबो और सामान्य परिवारों के खर्चो पर पड़ रहा है। सब्जियों की कीमतों में कमी की अभी भी फिलहाल कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है।
गर्मी के मौसम मे कई तरह की स्वादिष्ट सब्जियों आने लगती है।ताजा हरी सब्जियां लोगों को तो लुभाती हैं, लेकिन उनका दाम सुनते ही लोगो को चक्कर और पसीना दोनो आने लगा है।
महंगाई के कारण अब सब्जियों का स्वाद भी बिगड़ने लगा है। सब्जियों की बढ़ती कीमतों से महिलाओ की रसोई का बजट गड़बड़ा रहा है।
सब्जियों की कीमत बढ़ने से गृहणीओ को अपनी रसोई पर ज्यादा खर्च करना पड़ रहा है। हालत यह है कि मौसमी सब्जियां लोगों की जेब खाली कर रही हैं।