जमीनी विवाद : पक्की पैमाइश दस्तावेज सब होने के बाद भी मिल रही धमकी, नही हो रही है सुनवाई।
म्योरपुर – सोनभद्र / सोन प्रभात
बरसात गिरते ही जमीन से जुड़ी विवादे तुल पकड़ने लगती हैं, कई मामलों में धोखाधड़ी तो कही अवैध कब्जा जैसे हजारों हजार मामले जिले में अभी भी लंबित चल रहे हैं। म्योरपुर थाना अंतर्गत चागा गांव में भी एक मामला पीड़ित ने उजागर किया है। पीड़ित के पास जमीन के सभी दस्तावेज पूर्ण होने के बाद भी दूसरे पार्टी द्वारा विवाद उत्पन्न कर दिया गया है। लेखपाल और राजस्व कर्मी द्वारा लगाए गए जमीन बंटवारे का पत्थर चिन्ह भी दूसरे पार्टी के द्वारा उखाड़ दिया गया है। इतना ही कई बार जान माल की धमकी भी दिया जा रहा है। उक्त सभी बातें पीड़ित देवकुमार कुशवाहा निवासी चांगा ने स्पष्ट की है।
क्या है पूरा मामला
पीड़ित देवकुमार के अनुसार जमीन उसके घर के पास का है, जिसमे उसने अपनी एक झोपड़ी भी बनाई थी, लेकिन मौका पाकर गांव के ही तेजू, जगमन, लक्ष्मण, संतोष, समुद्री, राधिका, रघुनाथ कुल 7 लोगों ने झोपड़ी हटा दिया और लेखपाल की मौजूदगी में लगे चिन्ह स्वरूप पत्थर को भी तोड़ फोड़ कर उखाड़ दिया और जमीन पर अपना अधिकार बता रहे हैं। उक्त मामले में पीड़ित ने थाने में भी दो से तीन बार लिखित शिकायत दर्ज कराई है, मामला उप जिलाधिकारी दुद्धी के पास भी गया लेकिन उप जिलाधिकारी के स्थानांतरण के कारण ठंडे बस्ते में है। वही पुलिस से भी सहयोग न मिलना पीड़ित के चिंताओं को बढ़ा रहा है। पीड़ित देवकुमार ने इस मामले में न्याय की गुहार लगाई है।
लाठी डंडे लेकर कई बार दे चुके हैं धमकी, मामले को गंभीरता देना जरूरी।
पीड़ित देवकुमार ने बताया कि झुंड में होकर कई बार लाठी डंडे लेकर उन्होंने कई बार धमकी दी है, लेखपाल और अन्य के समझाने के बावजूद भी अवैध तरीके से उनके जमीन पर ही उन्हें काम करने से रोका जा रहा है। मामले को लेकर कई बार थाने में एस डी एम के पास जाया गया लेकिन निराकरण नही हो सका है।पीड़ित ने न्याय की गुहार लगाते हुए आगे पुलिस अधीक्षक कार्यालय जाने की बात भी कही।
इनको न्याय कब मिलेगा ये तो वक्त पर निर्भर करता है लेकिन आज भी गांवो में जमीनी विवाद से जुड़े हजारों मामले बेवजह कई घरों को परेशान किए हुए है।