बिना पुनर्वास पैकेज व पट्टा के कनहर बांध विस्थापितों को उजड़ने के लिए मजबूर करना क्रूर व अमानवीय।

- विस्थापितों को तत्काल पुनर्वास पैकेज व पट्टा दे सरकार- भाकपा-माले
राबर्ट्सगंज(सोनभद्र): बिना पुनर्वास पैकेज और आवासीय व कृषि पट्टे के उजड़कर जंगलों में खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं कनहर बांध के विस्थापित। यदि तत्काल उन्हें पट्टा व पुनर्वास पैकेज नहीं दिया गया तो उन्हें संगठित कर आंदोलन में उतरेगी भाकपा-माले। उपरोक्त बातें पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भाकपा-माले सोनभद्र के जिला सचिव सुरेश कोल ने कही। उन्होंने कहा कि चंद दिनों पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा वनाधिकार कानून के तहत पट्टे देने की घोषणा लफ्फाजी साबित हो गई है। लगातार हो रही बरसात के चलते डूब क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों के निवासियों को अपना पुश्तैनी घर छोड़कर जंगलों में शरण लेनी पड़ी है।आए दिन आसमानी बिजली और सर्प दंश से गरीब आदिवासियों की मौतें हो रही हैं और सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है।
माले नेता ने कहा कि इस हालत में डूब क्षेत्र के ग्रामीणों को असहाय छोड़ देना विस्थापितों के साथ विश्वासघात तो है ही योगी सरकार का बेहद क्रूर और अमानवीय व्यवहार है।हम इसे बर्दाश्त नहीं कर सकते। माले नेता ने विस्थापितों को तत्काल पुनर्वास पैकेज व पट्टा देने की मांग की। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो हम ग्रामीणों को संगठित कर संघर्ष में उतरेंगे। इस अवसर पर प्रभु सिंह एडवोकेट,आदिवासी नेता वीगन राम गोंड, शंकर कोल,अनिल कुमार गुप्ता, लाल सिर खरवार, रामचंद्र उर्फ बालम,बाबूलाल भारती,राजदेव सिंह गोंड नंदलाल यादव,नारद सहित तमाम अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।