कनहर नदी किनारे 20 बीघा वन भूमि में लगे प्लांटेशन को क्षतिग्रस्त कर ग्रामीणों ने जुताई की।

- वन भूमि पर कब्जा करने वालों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई।
दुद्धी – सोनभद्र / जितेन्द्र कुमार चन्द्रवंशी (ब्यूरो चीफ)सोन प्रभात
दुद्धी सोनभद्र। तहसील के विंढ़मगंज वन रेंज के अंतर्गत धोरपा ग्राम पंचायत में हुमेलदोहर टोला पर कनहर नदी के किनारे वन विभाग के द्वारा लगाए गए प्लांटेशन को छतिग्रस्तकर के लगभग 20 बीघा भूभाग को स्थानीय कुछ ग्रामीणों के द्वारा जोत कर अरहर, तील की खेती कर दी गई व वन भूमि पर दर्जनों जगह झोपड़ी व खपरैल मकान बनाकर कब्जा किए जा रहे हैं तैनात वन कर्मी के निष्क्रियता के चलते देखा देखी वन भूमि पर अवैध अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है।

क्या कहते है वन दरोगा ?
सेल फोन पर बीट के वन दरोगा सर्वेश सिंह ने कहा कि वन विभाग के प्लांटेशन का भूभाग जोतने का मामला मेरी जानकारी में आया है तथा अतिक्रमण करके झोपड़ी बनाने वालों को सख्त हिदायत दिया गया है।
कनहर नदी के किनारे बसा धोरपा ग्राम पंचायत के हुमेलदोहर टोला से लगे वन विभाग के द्वारा हर वर्ष वन भूमि पर हजारों हजार वृक्षारोपण करके वन,जंगल बढ़ाने का काम किया जाता है वही प्लांटेशन को स्थानीय कुछ ग्रामीणों के द्वारा बीते एक पखवारा से लगातार लगभग 20 बीघा में लगा प्लांटेशन को क्षतिग्रस्त करके जोतकर अरहर व तिल की खेती भी कर दिया गया है।
एक दूसरे को देखकर ग्रामीण बढ़ा रहे अपना मन और कर रहे हैं बड़ी गलती
कुछ ग्रामीणों के द्वारा वन भूमि पर इस तरह के कार्य को देखकर अन्य जगहों पर भी वन विभाग की भूमि पर ग्रामीणों के द्वारा झोपड़ी व खपरैल का मकान बनाना शुरू कर दिया गया है वहीं स्थानीय ग्रामीणों जिनके पास मवेशी है उन लोगों को मवेशियों को चराने व कनहर नदी में पानी पिलाने जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण के द्वारा जब मवेशी उक्त अतिक्रमणकारियों के खेत में चला जाता है तो अक्सर गाली गलौज व मारपीट की नौबत हो रही है। ग्रामीणों ने संबंधित अधिकारियों से मांग किया है कि उक्त अतिक्रमणकारियों के खिलाफ तत्काल कठोर कानूनी कार्रवाई करते हुए वन भूमि पर अतिक्रमण किए गए भूभाग को खाली कराया जाए ताकि ग्रामीण व अतिक्रमणकारी के बीच कभी मारपीट ना हो जाए। अगर वन विभाग समय से कड़ा कदम नहीं उठाता है तो आने वाले समय में इस वन भूमि पर आबादी व कब्जा कर लिए जाएंगे।
हुमेलदोहरी बीट के वन दरोगा सर्वेश सिंह ने सेल फोन पर उक्त मामले में कहा कि वन भूमि के प्लांटेशन को क्षतिग्रस्त कर के ग्रामीणों के द्वारा जोतकर किए गए खेती को ग्रामीणों के मवेशियों के द्वारा चरवा दिया गया है साथ ही साथ दोबारा उक्त भूमि पर कोई जोतकोड न करें इसके लिए सख्त हिदायत दी गई है तथा वन भूमि पर जगह जगह बने अवैध रूप से खपरैल मकान को भी गिराए जाने की प्रक्रिया अपनाई जा रही है।
रेंजर इमरान खान ने सेल फोन पर कहा कि मैं अभी आवश्यक कार्य से बाहर में आया हूं शाम तक पहुंचते ही मौके का मुआयना करूंगा तथा ऐसे वन भूमि पर ऐसे कार्य करने वालों के खिलाफ वन अधिनियम के संबंधित धाराओं में कानूनी कार्रवाई की जाएगी।