अतिक्रमण हटाने के नाम पर दहशत फैलाने से बाज आए वन विभाग।

बीजपुर / सोनभद्र – विनोद गुप्त / सोन प्रभात
बीजपुर। स्थानीय बाजार के उत्तर और कुछ दक्षिण पटरी के वन भूमि में अबैध अतिक्रमण को हटाने के लिए वन विभाग ने तीन बार ब्यवसाइयों को नोटिश दिया इसके बाद मुनादी करा कर चेतावनी दी गयी कि 30 सितंबर तक जगह खाली करदें अन्यथा 03 अक्टूबर को बुलडोजर चला कर अतिक्रमण ध्वस्त करा दिया जाएगा और उसमें होने वाले जानमाल हर्जेखर्चे की नुकसानी अतिक्रमणकारियों से वसूल की जाएगी जिससे वर्षो पूर्व बसे सैकड़ों ब्यवसाइयों में दहशत का माहौल बना हुआ था। लेकिन तीन अक्टूबर को भी वन विभाग के बुलडोजर योजना पर किन्हीं कारण बस ग्रहण लग गया और बुलडोजर अभियान की हवा निकल गयी तब जाकर ब्यवसाइयों ने राहत की सांस ली।

ब्यवसाइयों का आरोप है कि वन विभाग कभी नापी करा कर तो कभी पेपर जमा करा कर कभी नोटिश भेज कर तो कभी नोटिश चस्पा करा कर फिर मकानों पर लाल निशान लगा कर अंत मे माइक से मुनादी करा कर सौकड़ों लोगों में दहशत का बारबार माहौल पैदा किया और लोगों से धन उगाही की गई।आरोप है कि वर्षो पूर्व तत्कालीन वन कर्मी पहले अबैध तरीके से बसाने के नाम पर लोगों से पैसे लिए घर बनाते समय उसमें पेड़ को काटने पर धन उगाही की गई खुद को कानूनी पचड़े से बचने के लिए लोगों पर वन अधिनियम की धारा में केश काटकर कागजी कोरम पूरा किया गया और अब जब सड़क किनारे उनकी जगह नही बची कि वन कर्मी और लोगों को बसाए तब कमाने का नया जरिया अपना कर बुल्डोजर चलाने का अफवाह फैलाया गया और वसूली का जमकर खेलखेला गया।

बहरहाल यहाँ वन बिभाग ने 35 से 40 साल के बीच जीन अधिकारियों कर्मचारियों की तैनाती की है सभी ने मौका देख बहती गंगा में हाथ धोया हैं जो यहाँ चर्चा का विषय बना हुआ है। इसबाबत रेंजर राजेश सिंह ने कहा कि एसडीएम दुद्धी बाहर होने के कारण साथ ही जिलाधिकारी द्वारा जमीन किसकी है कि जांच कराने के मौखिक आदेश तक बुल्डोजर योजना स्थगित किया गया है।