सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बना दुर्व्यवस्था का शिकार।
डाला / अनिल अग्रहरी / सोन प्रभात
डाला सोनभद्रl विकास खंड चोपन के सामुदायिक स्वास्थ केंद्र के अंतर्गत ग्राम गुरमुरा में स्थित न्यू सीएचसी का जर्जर भवन अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाओं का हाल बयां कर रहा है।
शासन ने ग्रामीण क्षेत्रों में उपचार की सुविधा के लिए न्यू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की स्थापना की गई है। जिनमें करोड़ों रुपये की लागत से भवनों का निर्माण कराया गया है, इन अस्पतालों की हालत को सुधारने के लिए मुख्यमंत्री ने मंत्री और विधायक से लेकर पार्टी पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी है। जिसमें सभी को एक-एक अस्पताल गोद लेने का फरमान जारी किया, लेकिन सरकारी अस्पतालों की बद इंतजामी में सुधार नहीं हो पा रहा है। वही वर्षों से दीवार जर्जर हुआ हैं जबकि कभी सीएमओ का तो कभी अधीक्षक का निरीक्षण के नाम पर दौरा होता रहता हैं परन्तु न्यू पीएचसी के अंदर जाने पर ठीक सामने की दीवार जर्जर दिख रहा हैं परन्तु किसी ने इस तरफ ध्यान नही दिया गया और उसे अनदेखा कर दिया जा रहा हैं जो दिन प्रतिदिन और जर्जर होती जा रही हैं जिससे खतरा बढ़ता जारहा हैं स्वयं पीएचसी के स्टाप भी दीवार को देख कर डरे सहमे रहते हैं l
इस संबंध में सामुदायिक स्वास्थ केंद्र चोपन अधीक्षक ने बताया कि निरीक्षण करने गए थे जहाँ पीएचसी के अंदर की दीवार जर्जर होकर फट गयी हैं जिसकी रिपोर्ट गयी हुई और रिपोर्ट आते ही दुरुस्त कर दिया जाएगा।
बहरहाल अधिकारी तीन से चार वर्षों से यही रटारटाया जबाव देते आए हैं कि इसकी सूचना ऊपर भेज दी गई परन्तु मेंटनेस के नाम पर केवल कागजी खानापूर्ती कर छोड़ दिया जा हैं।