बभनी : बिजली कर्मी की मौत के बाद 30 घंटे से चार उपकेंद्र की आपूर्ति ठप्प, पेयजल के लिए हाहाकार।
बीजपुर / सोनभद्र – विनोद गुप्त / सोन प्रभात
बीजपुर। रविवार शाम नधिरा उपकेंद्र पर तैनात बिजली कर्मी प्रदीप गुप्ता की हाईटेंशन करंट की चपेट में आने से मौत के बाद विभागीय अधिकारियों को मानो सांप सूंघ गया है। पिछले 30 घण्टा से 33 केवीए बिजली आपूर्ति बंद होने के कारण कुंडाडीह, नधिरा, बभनी, बीजपुर उपकेंद्र से जुड़े लगभग एक लाख से अधिक बिजली उपभोक्ताओं के सामने पेयजल के लिए हाहाकार मचा हुआ है। ग्रामीण इलाके में बिजली के अभाव में मोबाइल बन्द हो गए है तो गर्मी के कारण लोगों की रात अंधेरे में घर से बाहर चहल कदमी में कट रही है।
हादसे का जिम्मेदार कौन?
जानकारी लेने पर बताया गया कि लापरवाह एसडीओ प्रत्येक शनिवार को बैढन स्थित अपने घर भाग जाते हैं और सोमवार को म्योरपुर उपखंड कार्यलय दोपहर बाद तक आते हैं जिसके कारण ग्रामीण क्षेत्र की बिजली आपूर्ति दुर्व्यवस्था की भेंट चढ़ गई है। नाम न छापने की शर्त पर कर्मियों ने बताया कि रविवार को हुए इतने बड़े हादसे का जिम्मेदार एसडीओ हैं, अगर मौके पर होते तो नियमानुसार शटडाउन लेकर ही उपकरण लगाने का कार्य होता तो एक और बिजली कर्मी की जान बच सकती थी। बताया गया कि नधिरा उपकेंद्र पर ताला लगा हुआ है बिजली कर्मियों में विभागीय अधिकारियों के प्रति आक्रोश ब्याप्त है। कोई भी नधिरा उपकेंद्र के स्विचयार्ड में ऊपर चढ़ने के लिए तैयार नही है , ऐसे में बगैर एक जिम्मेदार अधिकारी के मौजूदगी में बिजली आपूर्ति दुर्व्यवस्था और भ्र्ष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी है। दबी जुबान जनचर्चा पर गौरकरें तो एसडीओ के कार्यप्रणाली से खफा यूपीपीसीएल म्योरपुर उपखंड कार्यालय राजनीति का अखाड़ा बना हुआ है।
बिजली आपूर्ति कब तक बहाल होगी जर्जर फाल्ट कब तक दुरुस्त होगा कोई भी जिम्मेदार अधिकारी फोन उठा कर बताने से परहेज कर रहा है, जिसके कारण खबर लिखे जाने तक आपूर्ति बंद पड़ी थी। इस बाबत एसडीओ राहुल सुंदरम का पक्ष जानने के लिए उनके निजी मोबाइल फोन पर फोन किया गया लेकिन उनका फोन स्विच ऑफ था जिसके कारण उनका पक्ष नही लिया जा सका।