• राज्य सरकार के अधीन  संस्थाओं द्वारा आयोजित सिर्फ साक्षात्कार आधारित नियुक्ति प्रक्रिया वाली प्रतियोगी परीक्षाओं  में उक्त आरक्षित वर्ग को ” उपयुक्त नहीं पाया गया  “कह अनारक्षित सीट करने से युवाओं में बढ़ रहा आक्रोश।                        

सोनभद्र / जितेन्द्र कुमार चन्द्रवंशी/ सोन प्रभात                                                                        उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दिनांक 26 जून 2024 को भेजे पत्र संख्या – अद एस / दिल्ली / 2024 / 1 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार द्वारा केंद्रीय विद्यालय , नवोदय विद्यालय , सैनिक स्कूल एवं नीट की प्रवेश परीक्षा में पिछड़े वर्ग को आरक्षण देने का ऐतिहासिक कदम उठाया जा चूका है। जिससे उक्त वर्ग के युवाओं का उज्जवल भविष्य होगा । इसी क्रम में अवगत कराया गया है कि पिछड़ा वर्ग एवं अनुसूचित जाति /जनजाति वर्ग से आने वाले अभ्यर्थियों द्वारा अधोहस्ताक्षरी से अवगत कराया जा रहा है की उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित की जाने वाली सिर्फ साक्षात्कार नियुक्ति प्रक्रिया वाली विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में अन्य पिछड़ा वर्ग एवं अनुसूचित जाति / जनजाति वर्ग हेतु आरक्षित पदों पर इस वर्ग के अभ्यर्थियों को ” उपयुक्त नहीं पाया गया ” घोषित कर उक्त वर्ग से आने वाले अभ्यर्थियों का चयन  प्रदेश की संस्था द्वारा नहीं किया जाता। सिर्फ साक्षात्कार आधारित नियुक्ति प्रक्रिया वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में इन पदों हेतु यह प्रक्रिया कई बार अपना करके अंत में अन्य पिछड़ा वर्ग व अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग के आरक्षित पदों को अनारक्षित घोषित कर दिया जा रहा ।

इस प्रकार का कृत्य उत्तर प्रदेश की संस्थाओं द्वारा किया जाना समझ से परें है। उक्त के संदर्भ में  मुख्यमंत्री से अपना दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने अन्य पिछड़ा वर्ग एवं अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग के हित के मद्देनजर आग्रह किया है कि ” राज्य सरकार के अधीन सभी संस्थाओं द्वारा आयोजित सिर्फ साक्षात्कार आधारित नियुक्ति प्रक्रिया वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में पिछड़ा वर्ग एवं अनुसूचित जाति / जनजाति वर्ग के आरक्षित पदों पर ” Not Found Suitable ” की प्रक्रिया को बार-बार अपनाते हुए अंत में उन पदों को अनारक्षित घोषित करने कि प्रक्रिया पर तत्काल रोक लगाने की मांग अनुप्रिया पटेल ने की है । जिससे युवाओं में बढ़ रहे आक्रोश को अविलम्ब रोका जा सके । उक्त आरक्षित पिछड़ा वर्ग एवं अनुसूचित जाति / जनजाति वर्ग के अभ्यर्थियों से ही आने वाले अभ्यर्थियों को अन्य पिछड़ा वर्ग एवं अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग के हित के मद्देनजर आरक्षित सीटों पर साक्षात्कार भर्ती की जाए ।

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