- संदिग्ध परिस्थिति में नाबालिग के दफनाये शव को एसडीएम(मजिस्ट्रेट) की मौजूदगी में पीएम के लिए निकलवाया गया बाहर।
सोनभद्र / अनिल अग्रहरि/ सोन प्रभात
सोनभद्र। थाना चोपन अंतर्गत राजेन्द्र पुत्र बालरूप निवासी ग्राम बरदिया, ने बताया की मेरी पुत्री की तबियत दिनाँक 13.07.2024 रात करीब 8:00 बजे खराब हो गई थी। उसके मुंह से झाग निकल रहा था जिस पर परिवारजन घबराकर अपनी पुत्री को चोपन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चोपन ले गये। जहाँ डॉक्टर ने स्थिति नाजुक देखकर जिला अस्पताल रिफर किया वहां पहुंचने पर लोग भर्ती करने में हिला-हवाली करने लगे और न तो ईलाज कर रहे थें और न ही कुछ बता रहे थे कुछ समय बाद प्रार्थी की पुत्री को मृत घोषित कर दिया। समय रहते यदि प्रार्थी की पुत्री का प्राथमिक उपचार किया गया होता तो उसे बचाया जा सकता था। प्रार्थी चुपचाप मृत पुत्री को लेकर अपने घर आ गया।
इसके पश्चात प्रार्थी ने नाबालिग होने के कारण परिवार के अन्य सदस्यों के सलाह मशविरा करके मिट्टी में दफना दिया। घर आने पर दिनाँक 14.07.2024 को पुत्री के कमरे की सफाई के दौरान एक मोबाइल मिला जिसमे घर के पास रहने वाले एक लडके से बातचीत के सम्बन्ध में साक्ष्य मिले। और यह भी पता चला कि तबियत खराब होने के पहले तक मेरी लड़की उस लड़के से बातचीत की थी। पिता राजेंद्र को यह सम्पूर्ण विश्वास है कि मेरी लड़की और उस लड़के के बीच बातचीत हुई जिसकी वजह से मेरी पुत्री ने जहर खा लिया है।
इसकी प्रमाणिकता बिना पोस्टमार्टम कराए संभव नही है। पिता राजेंद्र ने पुलिस अधीक्षक सोनभद्र से दफनायें गये शव को बाहर निकाल कर पोस्टमार्टम कराने व उचित कार्यवाही की मांग की थी। संज्ञान मे आते ही पुलिस अधीक्षक सोनभद्र ने प्रकरण को संज्ञान में लिया आज दिनांक 16 जुलाई को जिला प्रशासन के निर्देश के बाद उप जिलाधिकारी/मजिस्ट्रेट ओबरा विवेक कुमार सिंह की मौजूदगी में दफनाये शव को पोस्टमार्टम भेजनें के लिए निकलवाया गया मौके पर प्रभारी निरिक्षक चोपन विजय कुमार चौरसिया मय फ़ोर्स,क्षेत्रीय लेखपाल चन्दन शर्मा,लड़की के पिता राजेंद्र भाई रवि कुमार अन्य ग्रामीण लोग मौजूद रहे। शव को निकलवाकर कागजी कार्यवाही करते हुए पोस्टमार्टम हेतु भेजा गया।