सूचना के अधिकार तहत मांगी गई जानकारी को नगवां विकास खंड में ठेंगा दिखाया जा रहा।
- सीधे तौर खण्ड विकास अधिकारी जिम्मेदार, सूचनाओं के आदान प्रदान में पारदर्शिता नही।
सोनभद्र, सोनप्रभात, वेदव्यास सिंह मौर्य
सोनभद्र जिले के विकास खण्ड नगवां में सूचना का अधिकार अधिनियम का खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है।अगर सत्यता पुर्वक जांच कराई जाए तो सैकड़ों मामले सामने आएंगे जिनको सूचनाएं नहीं दी गई हैं। सूचना का मुल उद्देश्य है कि नागरिकों को शस्क्त बनाने व सरकार के कार्य में पारदर्शिता, उत्तरदायित्व को बढ़ावा देने व भ्रष्टाचार को नियंत्रित करने और वास्तविक अर्थों में हमारे लोकतंत्र को लोगों के लिए कामयाब बनाना है। लेकिन नगवां खंण्ड विकास अधिकारी के द्वारा ऐसा नहीं किया जा रहा है।
खण्ड विकास अधिकारी उत्कर्ष सक्सेना के द्वारा आकस्मिक दौरा कर ग्राम पंचायत कम्हरियां में मनरेगा योजनान्तर्गत करायें गये कार्यों की दिनांक 2 अप्रैल 2024को ग्राम पंचायत का निरीक्षण किया गया ।कार्य जयप्रकाश के घर के पास आदर्श तालाब पर छठ घाट का निर्माण। जांच के दौरान मिला की पुरा कार्य बालू के जगह भस्सी स्टोन डस्ट से कराया गया है वहीं बसन्त लाल के घर से वीरेंद्र के घर तक सी 0सी0 रोड का कार्य कराया गया है जांच में मिला की सी 0सी0 रोड बीच की मोटाई 9.75 से0 मी 0 किनारे पर 11से0मी0 पाई गई उक्त कार्य में जे 0एस0 बी 0 का प्रयोग नहीं दीया गया है । जांच में मिली कमियों को देखते हुए कार्यक्रम अधिकारी मनरेगा खण्ड विकास अधिकारी के द्वारा 16 अप्रैल 2024 को कारण बताओ नोटिस संबंधित ग्राम पंचायत अधिकारियों को जारी किया गया ।इसमें क्या कार्य वाही किया गया वहीं जानने के लिए पत्रकार वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष अध्यक्ष सत्यनारायण के द्वारा 16जुन को जन सुचना अधिकार के तहत सुचना मांगी गई थी लेकिन एक माह बित जाने के बाद भी सुचना नहीं उपल्ब्ध कराया गया सुचना न देना इससे यह प्रतीत होता है कि कार्य में बड़ा घोटाला हुआ है भ्रष्टाचार को दबाने के लिए सुचना नहीं दिया जा रहा है सुबे मुख्यमंत्री जी कहते हैं की प्रत्रकारो के साथ भेद भाव नहीं होना चाहिए यहां तो प्रत्रकार को ही सुचना नहीं देना भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने जैसा है। सम्बंधित अधिकारियों को संज्ञान लेना अति आवश्यक है।