37 ग्राम पंचायतों की समूह सखियां दो दिवसीय जांच कार्यशाला में करेंगी प्रतिभाग।
- कार्यशाला का हुआ उद्घाटन।
दुद्धी / जितेन्द्र कुमार चन्द्रवंशी ब्यूरो चीफ सोनभद्र
सोनभद्र, म्योरपुर ब्लॉक के गोविंदपुर स्थित बनवासी सेवा आश्रम के विचित्र महाकक्ष में सोमवार को दो दिवसीय पानी जांच प्रशिक्षण कार्यशाला का उद्घाटन आश्रम की मुखिया शुभा प्रेम ने दीप प्रज्वलित कर किया। और कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन पानी से जुड़ा है पानी है तो जीवन है।लेकिन जब उसमे जहर घुला रहता है तो वह जीवन में भी जहर घोल देता है । और कई तरह की बीमारियो को जन्म देता है।पानी के महत्व को बहने समझती है ऐसे में इसके बारे में जानकारी रखना भी महत्वपूर्ण है। और महिलाए इसके लिए आवाज उठा सकती है और आने वाले समय में दूषित पानी का मुद्दा जी पी डी पी में शामिल करा सकती है।
लोक विज्ञान संस्थान देहरा दून से आए विशेषज्ञ प्रशिक्षक और वैज्ञानिक प्रेम नारायण ने क्षेत्र में पेय जल में पाई जा रही अशुद्धियों की विस्तार से जानकारी दी और बताया कि पानी में फ्लोराइड ,से फ्लोरासिस नामक बीमारी होती है जो हड्डियों के अंदर के कैल्सियम को नष्ट कर दिव्यांग बना देती है साथ ही पाचन तंत्र को प्रभावित करती है।
बताया की एक लीटर पानी में एक से डेढ़ मिलीग्राम फ्लोराइड से नुकसान नहीं होता लेकिन इससे ज्यादा पानी में फ्लोराइड है तो वह पीने योग्य नहीं होता। उन्होंने पानी में फ्लोराइड जांचने की विधि की जानकारी दी और बताया कि यह बहुत आसान है बस आप लोग लगन से सीखने की कोशिश कीजिए। पानी में फ्लोराइड के अलावा मरकरी,आयरन,आर्सेनिक,सीसा,जैसे भारी धातुओं की जानकारी दी गई ।मौके पर देव नाथ सिंह,सुरेश, अमरजीत वर्मा, यश्वी पांडेय, कृष्णा,अनिता, हीरा मति आदि उपस्थित रही ।