- गणित एवं फिजिक्स के विषय में महारत था हासिल , नगर पंचायत दुद्धी गठन 1988 से 1992 तक प्रथम सभासद अपने वार्ड 4 के रहें।
दुद्धी/ जितेन्द्र कुमार चन्द्रवंशी ब्यूरो चीफ सोनभद्र।
दुद्धी सोनभद्र 80 90 के दशक से अनवरत ज्ञान के प्रकाश से आलोकित करने वाले मिलनसार दुद्धी वार्ड संख्या 4 नगर पंचायत निवासी मां सरस्वतीके अनन्य भक्त दीपनारायण उर्फ दीपू गुरू जी उम्र 63 पुत्र शिवनंदन का शुक्रवार की देर रात हृदय गति रुक जाने से निधन हो गया ।
सरस्वती शिक्षा निकेतन ग्राम खजूरी दुद्धी सोनभद्र में अंत समय तक ज्ञान का प्रकाश छात्र-छात्राओं में फैलाते रहे । हाई स्कूल एवं इंटरमीडिएट के साथ ही कंपटीशन की तैयारी में लगे बच्चों को भी जीवन के अंतिम समय तक शिक्षा प्रदान किया। गौड (अनुसूचित जनजाति ) में जन्में दीपू सर 80 और 90 के दशक में गिने चुने लोगों में गणित और फिजिक्स के अध्यापक हुआ करते थे । सरस्वती शिक्षा निकेतन में बच्चों को शिक्षा अंतिम समय तक दिया । अभी गर्मी के दिनों में हाई स्कूल इंटर के बच्चों को निशुल्क शिक्षा कई घण्टे दिया था, अंत समय गर्मी के दिनों में बच्चों से वह कहा करते थे ,कब आंखें बंद हो जाए हमसे जो ज्ञान लेना चाहते हों लें लो यह जीवन का क्या भरोसा । गुरुजी के द्वारा ना जाने कितने होनहार बच्चों का भविष्य संवारने में अग्रणी भूमिका अदा की इसकी संख्या अनगिनत है। राजकीय सेवाओं में लगे छात्र-छात्राओं आदि को अब गुरू का नहीं मिल सकेगा आशीर्वाद। नगर पंचायत अध्यक्ष कमलेश मोहन , भाजपा मंडल अध्यक्ष सुमित सोनी , सोनभद्र मीडिया सह संयोजक जितेन्द्र कुमार चन्द्रवंशी , पूर्व सभासद नान्हु राम अग्रहरी व सरस्वती शिक्षा निकेतन के प्रबंधक गोपाल प्रसाद गुप्ता, उप प्रबंधक संजय सिंह,प्रधानाचार्य विजय कुमार चन्द्रवंशी, अंजू देवी अग्रहरि , सूरज कुमार,अध्यापिका देवी,अनिता देवी, रुचि कुमारी, काजल कुमारी, अंजलि सहित गुरु संजय अग्रहरी, सुभाष कुमार गुप्ता, फिरोज खान , राजकीय बालिका इंटरमीडिएट कॉलेज के प्रधानाचार्य श्वेता सिंह आदि सभी प्रबुद्ध जनों ने दीप नारायण उर्फ दीपू गुरुजी के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त किया है । आज नश्वर शरीर का कनहर एवं ठेमा नदी के संगम तट पर दाह संस्कार उपरांत पंचतत्व में विलीन होगा शरीर ।