- संघर्षों का कई दशक व्यतीत के बाद भी जिला को लेकर संघर्ष जारी।
- स्टेट का दर्जा प्राप्त दुद्धी , जिला की मांग कर रहा।
दुद्धी / सोनभद्र / जितेन्द्र कुमार चन्द्रवंशी ब्यूरो चीफ सोनप्रभात
दुद्धी सोनभद्र तहसील अंतर्गत कई दशकों से चली आ रही ” दुद्धी को जिला बनाओ संघर्ष मोर्चा की मांग अनवरत बदस्तूर जारी है ” मुंसिफ कोर्ट मुख्य गेट पर प्रदर्शन के दौरान सिविल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विष्णु कांत एडवोकेट ने कहा कि भारत की आत्मा गावों में बसती है , उत्तर प्रदेश का अंतिम विधानसभा क्षेत्र दुद्धी 403 पंडित दीनदयाल उपाध्याय के सपने अंत्योदय अर्थात अंतिम व्यक्ति के विकास की आज भी बाट जोह रहा है । स्टेट का दर्जा प्राप्त दुद्धी जो निश्चय से आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र रमणिक जंगल, नदियों व पहाड़ियों से आच्छादित है के सर्वांगीण विकास का सपना आज भी अधूरा है । क्योंकि न्याय पाने के लिए आज भी गरिब मजलूमों को 150 किलोमीटर से 200 किलोमीटर का सफर तय करना आजादी के 78 वर्षों बाद भी मानो आदिवासियों दलितों के लिए विकास बेमानी साबित हों रहीं। दुद्धी से ट्रेजरी का चला जाना का दर्द भी छलक आया। निर्धन से न्याय पाने की रामसेतु ” दुद्धी जिला बनाकर ” जनभावनाओं का सरकार करे सम्मान ।
संघर्ष मोर्चा के महासचिव प्रभु सिंह ने जिला बनाए जाने में बेवजह देरी को लेकर चुनाव प्रचार के दौरान किए गए वादों की याद दिलाई। प्रदर्शन के दौरान दुद्धी को जिला बनाओ विकास कराओ, चुनावी वादा पुरा करो आदि के जमकर नारे लगे। इस मौके पर दुद्धी बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष कैलाश नाथ गुप्ता , वीरेंद्र कुमार अग्रहरी एडवोकेट , जवाहरलाल एडवोकेट , शुभेष कुमार मौर्य एडवोकेट, प्रेमचंद गुप्ता एडवोकेट , सरवर आलम एडवोकेट , सत्यनारायण एडवोकेट, राकेश कुमार अग्रहरी एडवोकेट , अमरावती देवी सहित दर्जनो प्रदर्शनकारी संघर्ष मोर्चा सहित लोग उपस्थिति रहें।