फिर से शुरू हो गया पशु तस्करी का धंधा।

वेदव्यास सिंह मौर्य
सोनभद्र- सोनप्रभात
रायपुर थाना क्षेत्र में फिर से पशु तस्करी का धंधा शुरू हो गया है।बतादें कि रायपुर थाना क्षेत्र से पशु तस्करों बहुत पुराना नाता है, लाक डाउन के पहले तो दर्जनों गाड़ियां बे रोक टोक चलती थी।लाकडाउन मे भी एक दो गाड़ी कभी कभार रात्रि में चल रही थीं।लेकिन जैसे ही छूट मिली है दस चक्का ट्रक, पीकप चलने लगी हैं।समाचार पत्रों में भी दर्जनों बार खबरें प्रकाशित हो चुकी हैं।
समय- समय पर लोगों द्वारा वैनी, खलियारी बाजार में प्रदर्शन भी किया जा चुका है फिर भी लेकिन किसी जिम्मेदार अधिकारियों ने इस पर बिचार नहीं किया।अन्यथा पशु तस्करी का धंधा कब का बंद हो चुका होता।एक बात तो सत्य है कि बिना पुलिस के मिली भगत के तस्करी का धंधा हो ही नहीं सकता।इसके पीछे किसका हांथ है कौन कौन सामिल हैं किसी अधिकारी ने तहकीकात करना मुनासिब नहीं समझा।इस लिए यह धंधा तेजी से फल फूल रहा है।अगर पुलिस मन बना ले कि पशु तस्करी नहीं होगी तो नहीं होगी।क्योंकि कहीं से पशु की गाड़ियां आएगी तो बिना रायपुर थाना क्षेत्र में प्रवेश किए बिहार नहीं जा सकती।मंगलवार की रात्रि लगभग डेढ़ बजे एक दस चक्का ट्रक इतनी स्पीड मे गया कि अगर कोई सामने पड़ जाता तो हड्डी मांस का पता भी नहीं चलता।ऐसे में दर्जनों लोग मर भी चुके हैं।सुबह पशु लदी पीकप को पुलिस चौकी सुअरसोत पर घेरा गया तो वापस मुड़कर दरमां मोड़ से बिहार चला गया।गाड़ियां तो करमा. रावर्ट्सगंज. पन्नूगंज.नौगढ़. चकरघट्टा के रास्ते रायपुर थाना क्षेत्र में प्रवेश कर बिहार चली जाती हैं।जिन्हें रोकने वाला कोई नहीं है।