सोनभद्र- आदिवासी के बाप दादा की पुश्तैनी जमीन पर जबरन कब्जा का आरोप।

- सोनभद्र में कई मामले सुनने में आते है, जमीन के कब्जे से जुड़े।
- पीड़ित ने लगाई न्याय की गुहार।
- बभनी थाने में नही सुनी गई गुहार, पीड़ित पहुँचा उपजिलाधिकारी के पास।
सोनभद्र- सोनप्रभात
जितेंद्र चन्द्रवंशी/आशीष गुप्ता
दुद्धी तहसील अंतर्गत नंदलाल गोड़ उम्र लगभग 35 वर्ष निवासी ग्राम- राजासरई (नधिरा), परगना व तहसील- दुद्धी, थाना – बभनी जिला सोनभद्र ने अपने बाप दादा की पुश्तैनी जमीन पर दबंग किस्म के लोगों द्वारा जबरन कब्जा का आरोप लगाया है।
पीड़ित का बयान (वीडियो) -:
इस संदर्भ में शिकायतकर्ता द्वारा उप जिलाधिकारी महोदय दुद्धी को दिए शिकायती प्रार्थना पत्र में लिखा है, कि घटना दिनांक 11-06- 2020 की सुबह 9 बजे की है , मोहन लाल यादव व नेहरू लाल यादव पुत्र गण स्वर्गीय राम अवतार यादव निवासी- डूभा थाना बभनी जिला सोनभद्र द्वारा चार पांच मजदूर नाम अज्ञात के साथ मेरे बाप दादा के पुश्तैनी भूमि पर गड्ढा खोदने लगे। जानकारी पर जब आदिवासी गरीब व्यक्ति द्वारा मना किया गया तो जबरन गाली गलौज तथा जानमाल की धमकी देते हुए मेरे पुश्तैनी जमीन से भगा दिया। प्रार्थी की जमीन सड़क से सटे मूल्यवान होने के नाते कब्जा के इरादे से दबंगई के दम पर जमीन लूटना चाहते हैं , जिसकी शिकायत बभनी थाने में भी की गई थी परंतु कोई सुनवाई नहीं की गई जिससे व्यथित होकर पीड़ित व्यक्ति उप जिलाधिकारी कार्यालय दुद्धी पहुंचा। उप जिलाधिकारी महोदय दुद्धी मौके पर नहीं थे तो तहसीलदार महोदय दुद्धी को शिकायती प्रार्थना पत्र से अवगत कराया। जिस पर राजस्व निरीक्षक से आख्या ली गई । इस संदर्भ में शिकायतकर्ता द्वारा पुलिस अधीक्षक सोनभद्र को दिनांक 15- 06- 2020 को जरिए पंजीकृत डाक द्वारा शिकायत से अवगत कराया गया और न्याय की गुहार लगाई गई है परंतु पीड़ित व्यक्ति को अभी तक कोई न्याय नहीं प्राप्त हो सका।

आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के लोगों के साथ खुलेआम जल ,जंगल , जमीन पर पुरखों से निवास करते आ रहे लोगों को साजिश के तहत लूट के इरादे से इस तरीके की घटनाओं को जनपद सोनभद्र में खुलेआम अंजाम दिया जाता रहा है, कहने को तो तमाम सारे कायदे कानून हैं पर पैसा है कि बोलता है।
नंद लाल गौड़ और परिजन काफी व्यथित और रोते बिलखते कचहरी में देखे गए।
उनका कहना था कि हमारा कोई नहीं सुन रहा हमारी जब जमीन लूट जाएगी तो हम जिन्दा रहकर क्या करेंगे , कुछ भी हो आए दिन आदिवासियों के साथ हो रहे हत्याएं और जमीन कब्जा की बात जैसे आम बात हो गई हो , जबकि अनुसूचित जनजाति के जमीन पर किसी भी प्रकार का खरीद-फरोख्त वर्जित है और खतौनी में दर्ज जमीन पर कब्जा की शिकायत, आदिवासी नंदलाल द्वारा किया जाना, प्रथम दृष्टया भू माफियाओं द्वारा साजिश प्रतीत होता है। जिसकी निष्पक्ष जांच कर त्वरीत कार्रवाई जनहित में किया जाना आवश्यक है, अन्यथा जमीन के राजा आदिवासी सोनभद्र से मुट्ठी भर आने वाले समय में रह जाएंगे जिस के जिम्मेदार जिला प्रशासन होगा।
सोनप्रभात सम्बन्धित अधिकारियों से अपील करता है, कि उक्त पीड़ित के मामले की निष्पक्ष जांच कर पीड़ित के साथ न्याय करने का धर्म करे।