पशु तस्करी-: उम्मीदें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर टिकी, साक्ष्य के साथ उच्चस्तरीय जांच की मांग की जाएगी।

वेदव्यास सिंह मौर्य
सोनभद्र- सोनप्रभात
रायपुर थाना क्षेत्र से हो रही पशु तस्करी से निजात अब मा.मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ही दिलाएंगे अब निराश होने की जरूरत नहीं है।
लगभग अट्ठारह महीने अर्थात जबसे इंस्पेक्टर रायपुर ने थाने का कार्य भार ग्रहण किया है तब से लेकर आज तक बेधड़क पशुओं से भरी गाड़ियाँ रात्रि को तो छोड़ दिजिए दिन के उजाले में चल रही हैं। ऐसा कोई समाचारपत्र इस जिले में नहीं है, जिसमें पशु तस्करी की खबर न छपी हो।लेकिन विभाग से समबन्धित कोई भी अधिकारी ने संज्ञान नहीं लिया।
वैनी,खलियारी बाजार में लोगों ने प्रदर्शन कर अपना विरोध दर्ज कराया था । फिर भी लोगों को सिर्फ निराशा ही हांथ लगी।लगभग आधा दर्जन से अधिक लोग पशुओं के गाड़ी से जान गवां चुके हैं।
परन्तु अब पशु तस्करी का मामला मा.मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के दरबार में बहुत जल्द पहुचने वाला है।क्योंकि वही गोरक्षा पीठ के पीठाधीश्वर हैं।उनके द्वारा पशुओं के लिए तमाम तरह की योजनाएं शुरू की गई हैं।मा.मुख्यमंत्री जी से उच्चस्तरीय जांंच की मांग कर इस धंधे में संलिप्त लोगों का नाम उजागर किया जाएगा।
नाम न छापने के शर्त पर एक जनप्रतिनिधि ने पशु तस्करी से सम्बंधित सभी रिकॉर्ड उपलब्ध कर लिए हैं।जल्द ही मुख्यमंत्री के दरबार में प्रस्तुत करेंगे।एक बात तो साफ है कि जितने बार समाचारपत्रों पशु तस्करी की खबर छपी है, सबकी कटिंग डीआईजी, एडीजी,डीजीपी के वाट्सएप पर भी अनेकों बार भेजा जा चुका है लेकिन क्या कार्यवाही की गई पता नहीं चला अलबत्ता तस्करी बढ़ती ही गई। आज का आलम यह है कि प्रत्येक दिन दर्जनों गाड़ियां पशु लेकर बिहार जा रही हैं।सुचना के बाद भी रायपुर पुलिस सड़क पर नहीं निकलती।ऐसे में मात्र योगी आदित्यनाथ जी पर लोगों की निगाहें टिकी हुई हैं।