बभनी ब्लॉक के पोषाहार विभाग कार्यालय में वितरण रजिस्टर सहित फर्जी नियुक्ति का लगा आरोप।

उमेश कुमार , सोनप्रभात- बभनी
ब्लॉक संवाददाता बभनी सोनभद्र ।
- मामला बभनी विकासखण्ड अंतर्गत वितरण कर रहे बाल विकास विभाग अंतर्गत पोषाहार वितरण का।
बभनी: – विकासखंड में सरकार द्वारा संचालित पोषाहार वितरण में पलीता लगाया जा रहा है आपको बता दें कि जिस महत्वपूर्ण योजना बाल विकास विभाग में भ्रष्टाचार कर नियुक्ति व वितरण में भारी अनिमियता होने का आरोप स्थानीय बभनी थाना क्षेत्र निवासी एक व्यक्ति ने जनसुनवाई पोर्टल पर आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराया व पोर्टल पर मांग किया कि पोषण बाल विकास विभाग के वितरण व पुराने स्टॉक रजिस्टर की सत्यापन होनी चाहिए जिसमे आगनवाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा पोषाहार , स्टॉक रजिस्टर की छायाप्रति की भी मांग किया था लेकिन सभी शिकायतों को दरकिनार करते हुए पोर्टल पर मनमानी तरीके से मामले को निस्तारण का भी आरोप स्थानीय युवक ने लगाया है।
बभनी स्थित बाल विकास परियोजना कार्यालय द्वारा पोषाहार वितरण में मनमानी और वितरण में धांधली का आरोप लगाने वाले युवक का नाम सुरेश है जिसने बताया कि हम पोर्टल पर वर्ष 2015 में शिकायत दर्ज कराया था की आंगनवाड़ी बिद्यावती देवी जो चकचपकी ग्राम पंचायत के कॉरिड़ाण के नियुक्ति आदेश व नियुक्ति के समय लगाए गए समस्त प्रमाण पत्र व नियुक्ति आदेश की छायाप्रति मांगी गई थी।
आपको बता दें कि बाल विकास पोषाहार में जो वितरण किया जाता है उस रजिस्टर के स्टॉक में बहुत अंतर है जिसमें बड़े पैमाने पर धांधली किया गया है साथ ही पोसाहार में कालाबाजारी करने का आरोप भी लगाया गया है सुरेश कुमार ने बताया कि वर्ष 2015 में आंगनवाड़ी केंद्र ग्राम सभा वार जिसमे सुंदरी ,कोरची,भिसुर,जिगनहवा, घघरा,घघरी, आदि जगहों पर वितरित की जाने वाली पोषाहार स्टॉक रजिस्टर की छाया प्रति हमने मांगी थी। लेकिन उक्त सूचना देने के लिए 45000 जमा कर सूचना देने की बात बताई गई हैं।
जिसके चलते शिकायतकर्ता ने आंगनवाड़ी की नियुक्ति सहित बितरण स्टॉक रजिस्टर में धांधली का आरोप लगाया है और कहा की जब मामले को गंभीरता से लेते हुए पोर्टल पर शिकायत की जाती है तो समस्या का मनमानी तरीके से निस्तारण कर दिया जाता है जिसे लेकर शिकायतकर्ता ने जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुआ इस गम्भीर प्रकरण की जांच करने की मांग की है। पुराने स्टॉक रजिस्टर की सत्यापन व जांच की जानी चाहिए जिससे भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों का चेहरा बेनकाब हो सके।