नधिरा में आयुर्वेदिक अस्पताल बदहाल, जर्जर होकर गिरने जैसी हालत।
- ग्राम पंचायत नधिरा में स्थित आयुर्वेदिक अस्पताल का भवन हो चुका है जर्जर, बनवाने की मांग।
- आयुर्वेद चिकित्सालय भवन के हालात जर्जर, कभी भी हो सकती हैं अप्रिय घटना
उमेश कुमार – सोनप्रभात
बभनी -सोनभद्र –
बभनी। सोनभद्र जिले में कुछ ऐसे भी आयुर्वेदिक अस्पताल है, जहां पर तीन दशक से अधिक समय बीत जाने के बाद चिकित्सा केंद्र परिसर धीरे धीरे टूटकर गिर रहा है। जिसे लेकर तैनात आयुर्वेदिक डॉक्टर ने भय युक्त होकर मकान को जमींदोज होने से बचाने का मांग किया है,सोनभद्र जिले में आयुर्वेदिक चिकित्सालय अस्पतालों का बेहद बुरा हाल हो गया है। समय से चला आ रहा चिकित्सा पद्धति का दायरा बढ़ने के बजाय घटने लगा है, या यूं कहे कि आयुवेर्दिक चिकित्सा केन्द्र गाय बैलों को बांधने वाले गौशाला के तरह हो गया है। जिसमे कई ओर से पानी टपक रहा है,जिससे जिले में धनवंतरि के आयुर्वेदिक चिकित्सालयों का दिन प्रतिदिन मकान छतिग्रस्त होते हुए बुरा हाल में हो गया है।
म्योरपुर ब्लॉक के नधिरा गांव में एक ऐसा भी अस्पताल है जहां पर तीन दशक से अधिक समय बीत जाने के बाद भी घर का मरम्मत तक नही किया जा सका हैं। जिससे क्षेत्र के कई लोगो मे इलाज का लाभ लेने वाले मरीजों को भी आयुर्वेदिक चिकित्सालय जाने में भय बना रहता है, वही जिले के स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा अस्पताल परिसर के सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी कोई जिम्मेदारी नही निभा रहा है।
- अस्पतालों की बदहाली को लेकर आयुर्वेदिक चिकित्सालय में तैनात चपरासी व कम्पाउंडर सहित ग्रामीणों ने भय व्याप्त करते हुए जीर्ण शीर्ण पड़े अस्पताल को बनाने की मांग किया है।
नधिरा गांव के प्राथमिक विद्यालय प्रथम के बगल में स्थित जीर्ण शीर्ण पड़े अस्पताल की दशा नही सुधारने के कारण लोगों को भय व्याप्त होते हुए सबसे पुरानी आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति से लोगों का विश्वास उठने लगा है,आयुर्वेदिक चिकित्सालय, नधिरा कस्बा स्थित राजकीय आयुर्वेदिक चिकत्सालय में दो लोग तैनात है। जिसमे तैनात चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर नरेन्द्र कुमार सिंह, चपरासी सुद्धू व फार्मासिस्ट शिवमोहन चौबे आदि लोगो ने चिकित्सालय को जीर्ण शीर्ण हालत सुधरवाकर बनवाने की मांग किये हैं।
अस्पताल की दुर्दशा को लेकर स्थानीय ग्रामीण सुमित कुमार पांडेय, जुगदीप पाण्डेय,रामलाल, राजेश कुमार, कलावती, सुद्धू, सुधीर पाण्डेय भाजयुमों मण्डल अध्यक्ष, रामाशंकर,उर्मिला, राजू, विजय सिंह, रामबिलास, भगत,राजदेव, छोटू,सहित कई स्थानीय ग्रामीणों ने उच्चाधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए छतिग्रस्त हो रहे आयुर्वेदिक अस्पताल के मकान को बनवाने की मांग किया है।