- फुलवार सुईचट्टान ,बासीन बगरवा आदि गांवों में वन भूमि में अवैध कब्जे को देख भड़के व वन भूमि पर प्लांटेशन का दिया निर्देश।
- सुई चट्टान में गए चीफ से ग्रामीणों द्वारा फुलवार समोही नाला के पास वन विभाग द्वारा दो लाख लेकर कब्जे की शिकायत पर चीफ उल्टा ग्रामीणों पर भड़के।
- चीफ ने कहा कि पिछले 2 वर्षों से पेड़ कटान का कोई परमिट जारी नहीं हुआ अगर कटान हो रहा है तो गैर कानूनी है।
दुद्धी-सोनभद्र
जितेंद्र चन्द्रवंशी/पप्पू यादव -सोनप्रभात
विंढमगंज, दुद्धी-सोनभद्र मुख्य वन संरक्षक (चीफ कंजरवेटर)आर0 सी0 झा का आज तूफानी दौरा विंढमगंज वन रेंज में हुआ। रेंज के दौरा के दौरान उन्होंने वासीन बगरवा , फुलवार सुई चट्टान आदि गांव का दौरा कर वन भूमि पर अवैध कब्जे को लेकर संबंधित अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए वन भूमि पर हुए अवैध कब्जे के स्थान पर प्लांटेशन लगाए जाने का सख्त निर्देश दिया। अन्यथा की स्थिति में चीफ द्वारा बताया गया कि गैर जिम्मेदार वन कर्मियों पर 66 A के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत कर कार्रवाई की प्रावधान से भी अवगत कराया।
अवैध कब्जे को लेकर जिन लोगों का चालान कट गया है, अगर वह वन भूमि से कब्जा नहीं हटाते हैं तो गैंगस्टर की कार्रवाई की जाएगी , वन विभाग द्वारा प्लांटेशन क्षेत्र का भी दौरा दुरूह और दुर्गम क्षेत्रों में किया गया और कहा गया कि खाली पड़े वन भूमि पर प्लांटेशन का कार्य बड़े पैमाने पर किए जाने की जरूरत है। जिससे ग्रामीणों को भी कब्जा करने का मौका नहीं मिलेगा।
इसका मतलब प्लांटेशन वन भूमि पर बड़े पैमाने पर हो। 19000 हेक्टेयर जमीन पर डी0 एफ0 ओ0 को प्लांटेशन के लिए दिशा निर्देश दिया । कब्जा धारकों पर प्राथमिकी दर्ज करने का भी निर्देशित किया। मीडिया द्वारा जब फर्जी मुकदमे में फंसाए जाने के लिए ग्रामीणों को उकसाने की बात की गई तो चीफ ने कहा हमें पूरे प्रकरण से अवगत कराएं ऐसी कोई बात मिलने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
अवैध कटान के प्रश्न पर चीफ द्वारा बड़ा ही रहस्यम बात बताया गया कि पिछले 2 वर्षों से वन कटान का कोई परमिट विभाग द्वारा जारी नहीं किया गया परंतु हैरान करने वाली बात है, कि हजारों हेक्टेयर वन भूमि विभाग की मिलीभगत से वनों की कटान तस्करों द्वारा करा दी गई।
- यह बड़ा प्रश्न उठता है कि 2 साल से जंगलों की कटान किस आधार पर हुई यह उच्च स्तरीय जांच का विषय है ?
फुलवार सुई चट्टान पर वन विभाग के द्वारा 2 लाख लेकर कब्जा कराए जाने की बात ग्रामीण दसई यादव ने की तो उल्टा ग्रामीणों पर भड़के साथ ही जोरूखाड़, फुलवार , डुमरा ,देवड़ी आदि गांव से मलिया नदी से अवैध उत्खनन रेलवे के दोहरीकरण में बालू दिए जाने कभी ग्रामीणों ने आरोप लगाया। जिस पर औपचारिकता पूरी करते नजर आए। ज्ञात हो कि समाचार पत्रों द्वारा इस बात को सुर्खियों से गत दिनों उठाया गया था जिस पर विभाग की बडी किरकिरी हुई थी । अवैध कटान और अवैध बालू उत्खनन पर मुख्य वन संरक्षक द्वारा कोई कार्यवाही नहीं किए जाने को लेकर भी ग्रामीणों में चर्चा जोरों पर रहा। आने वाला समय बताएगा की धरातल पर वन माफियाओ व अवैध उत्खनन और प्लांटेशन के कार्यों में क्या वन महकमा तमगा हासिल करता है देखने योग्य होगा।
इस मौके पर डी0 एफ0 ओ0 एमपी सिंह , विंढमगंज रेंज के रेंजर विजेंद्र कुमार श्रीवास्तव मय वनकर्मी के साथ जनार्दन मिश्रा पिपरी वन संभाग,एसडीओ कुंजमोहन बर्मा,मनमोहन मिश्रा ,रेंजर विजेंद्र श्रीवास्तवआदि लोग भागते दौड़ते साथ में आगे पीछे लगे रहे । मौके पर ग्रामीण दसई यादव,बिहारी, पंकज,बिशम्भर चेरो,रामनरेश,संजय यादव,परमेश्वर,रामप्रसाद आदि मौजूद रहे।
Ashish Gupta is an Indian independent journalist. He has been continuously bringing issues of public interest to light with his writing skills and video news reporting. Hailing from Sonbhadra district, he is a famous name in journalism of Sonbhadra district.