साधन सहकारी समिति नौडिहां–: खुलनें लगी परत दरपरत ऋण मोचन घोटाले की फाइल।
- सचिव के द्वारा अपने घर के लोगों को बगैर कर्ज कराया गया ऋण माफी।
- सचिव के द्वारा अपने दादी हल्कानी देवी पत्नी सुक्खन बगैर कर्ज 75000रु0 का लाभ
- सचिव के द्वारा अपने पिता राजनारायण पुत्र सुक्खन को बगैर कर्ज 78642 रु0 का ऋण मोचन, कर्ज एक रुपये नहीं।
- सचिव के द्वारा अपने दुसरे नम्बर के चाचा श्याम नारायण पुत्र सुक्खन के नाम बगैर कर्ज के 75000रु0 का ऋण मोचन।
- सचिव के तीसरे नम्बर के चाचा जो तीसरी बार प्रधान हैं को बगैर कर्ज के एक बार 16788रू०, दुसरी बार 86788रू० का ऋण मोचन किया गया।
सोनप्रभात – सोनभद्र
वेदव्यास सिंह मौर्य
सोनभद्र जिले के अंतिम छोर पर विकास खण्ड नगवां की साधन सहकारी समिति नौडिहां है।जिसका कार्यालय मांची में है।सचिव आशुतोष कुमार भी मांची का ही रहने वाला है।सोनप्रभात में छपी खबर के कारण लगभग 120000 रु0 खाद घोटाले का धन सचिव के द्वारा जमा किया गया।दुबारा खबर छपने पर 590 कुंतल धान का रूपया जमा किया गया।
सबसे मजेदार बात यह है कि दिनांक 15/7/2020 को सहायक आयुक्त सहायक निबंधक कोआपरेटिव ने अपर जिला सहकारी अधिकारी को पत्र लिखा गया था कि आशुतोष कुमार नान कैडर सचिव से तत्काल चार्ज छिनकर कैडर सचिव अमित कुमार सिंह कैडर सचिव को दे दिया जाय लेकिन अपर जिला सहकारी अधिकारी मौके पर तो गए लेकिन दावत खाकर लौट आए। अपर जिला सहकारी अधिकारी के द्वारा पुनः 40000 रु0 की खाद लूटने के लिए सचिव को दे दिया गया। इस पूरे प्रकरण के मुख्य साजिश रचने वाले अपर जिला सहकारी अधिकारी राजेंद्र प्रसाद हैं, क्योंकि पहले नगवां मे एडीओ कोआपरेटिव थे।इसके बाद रावर्ट्सगंज गए।रावर्ट्सगंज से दुद्धी फिर दुद्धी से भदोही फिर रावर्ट्सगंज आ गए।रावर्ट्सगंज से प्रमोशन हुआ और चंदौली चले गए।वहां से एक वर्ष के अंदर स्थानांतरण कराकर रावर्ट्सगंज चले आए।तब से यहां पर डटे हुए हैं।लगभग 40 लाख से उपर के घोटाले के बावजूद सचिव के उपर कोई कार्रवाई न करना सीधे सीधे मिली भगत को दरसाता है।
इस प्रकरण मे ब्लाक से लेकर जिले तक तैनात सहकारिता विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों की जांच होनी चाहिए।दोषियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही हो ताकि भविष्य में इस ढंग की पुनरावृत्ति न हो।