बभनी – सोनभद्र / उमेश कुमार – सोनप्रभात
बभनी। स्थानीय थाना क्षेत्र में संचालित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बभनी लगातार दुर्व्यवस्थाओ व घोर लापरवाही समेत कई मामलों को लेकर सवालो के घेरे में फसते रहे है, जबकि बभनी सामुदायिक अस्पताल में आसपास के कुल मिलाकर लगभग 40 गावो के लोग इलाज हेतु उक्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बभनी में पहुंचते है। बावजूद इलाज हेतु स्टाफों की कमी समेत संसाधनों के अभाव व स्टॉफो की स्थायी रुप से पदस्थापना नहीं होने से, लगातार प्रसव पीड़ित महिलाओं व अन्य इलाज के लिए पहुंच रहे रोगियों को काफी मुश्किलों से गुजरना पड़ता है।
जिसके कारण शनिवार को रात्रि में बभनी निवासी शहनाज पत्नी मुस्लिम खान प्रसव हेतु निजी साधन के द्वारा प्रसव कराने आयी,लेकिन अस्पताल में इलाज व प्रसव हेतु किसी चिकित्सक के न होंने पर रात भर प्रसव पीड़ा से कराहती रही.वही पीड़ित के पति मुस्लिम खान ने बताया कि रात में अस्पताल परिसर में कोई चिकित्सक देखने नही आये और कमरे से बैठकर ही रेफर करने की बात कहने लगी, जिसे लेकर क्षुब्ध पीड़ित महिला के परिजनों ने स्वास्थ्य केंद्र की दुर्व्यवस्थाओ से तंग आकर चिकित्सालय के मुख्य द्वार पर ताला लगाकर नारेबाजी व प्रदर्शन करते हुए जिलाधिकारी को पत्र लिखकर कार्यवाही की मांग किए हैं।
वही अस्पताल प्रदर्शनकारियों ने बताया कि मौजूदा समय में केवल गिने चुने कुछ लोग ही अस्पताल में सेवाएं दे रहे है जबकि एक चिकित्सक अस्पताल के मरीजो को राम भरोसे छोड़ कर प्राइवेट प्रेक्टिस करने में मस्त है.जिसके कारण चिकित्सकों के नहीं पहुंचने से मरीजों को काफी परेशानी होती है.इसके अतिरिक्त सोनामती पत्नी शिवकुमार सेवड़ी टोला कंचन देवी पत्नी संजय कुमार बिछियारी ने भी चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
मामले की सूचना से मुख्य चिकित्साधिकारी को भी अवगत कराया गया इसके बाद पहुंचे चिकित्सकों ने ग्रामीणों को समझा बुझाकर ताला खुलवाया और सुबह आठ बजे महिला का उपचार भी होने लगा। ग्रामीणों का आरोप है कि तैनात चिकित्सक प्राईवेट प्रेक्टिस भी करते हैं बताया जाता है कि बभनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जिन स्टाफनर्सों की तैनाती की गई है वो दूसरे ब्लाकों में ड्युटी कर रही हैं और यहां स्टाफों को लेकर काफी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है यहां स्थाई अधीक्षक की तैनाती नहीं है। बभनी के अधीक्षक डॉ.गिरधारी लाल की तैनाती सीएचसी दुद्धी में है,बभनी के प्रभार पर काम कर रहे हैं जिसके कारण चिकित्सक हमेशा ग्रामीणों के सवाल के घेरे में होते हैं।
इस बावत अधीक्षक डॉ.गिरिधारीलाल से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि हमारे यहां स्टाफों की कमी है , जिसके कारण यहां आएदिन विवाद होता रहता है स्टाफनर्सों के न होने से महिला चिकित्सकों को डेलेवरी करानी पड़ती है। एक ही संविदाकर्मी स्टाफनर्स है जो डेलेवरी कराती है जिसके लिए मेरे द्वारा कई बार उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर मामले से अवगत कराया गया था परंतु किसी की तैनाती नहीं हो सकी न ही संसाधन उपलब्ध हो सके जिसके कारण ग्रामीणों का उपचार सही ढंग से नहीं हो पा रहा है। इस संबंध में भाजपा मंडल अध्यक्ष प्रमोद दुबे ने भी बताया हमने पत्र लिखकर स्थाई अधीक्षक की तैनाती व स्टाफनर्सों व वार्डब्वाय व संसाधनों की मांग को लेकर जिलाधिकारी पत्र लिखा गया है।
प्रर्दशन के दौरान अमिर खान अरुण सिंह ईश्वर प्रसाद एहसान मो.हाफिज खुर्शीद तबीज शिव कुमार समेत अन्य मौजूद रहे। प्रदर्शन कर्ताओं ने कहा कि यदि हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो हम सभी आंदोलन करने को बाध्य हो जाएंगे।
Ashish Gupta is an Indian independent journalist. He has been continuously bringing issues of public interest to light with his writing skills and video news reporting. Hailing from Sonbhadra district, he is a famous name in journalism of Sonbhadra district.